scriptभगवान का नाम ही सुख का सागर | God's Name is the Sea of Happiness | Patrika News

भगवान का नाम ही सुख का सागर

locationनागौरPublished: Nov 23, 2018 06:47:34 pm

Submitted by:

Ravindra Mishra

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kabir jayanti

गांव खुड़ी में रामकथा का आयोजन

छोटीखाटू. निकटवर्ती गांव खुड़ी में बाबा रामदास गौ शाला सेवा समिति द्वारा कराई जा रही रामकथा के दौरान प्रवचन करते हुए संत शोभादास ने कहा कि रामायण में संत तुलसीदास ने लिखा है संसार का सब से बड़ा दु:ख जन्म और मरन होता है। इससे बड़ा दु:ख कुछ नहीं होता है और केवल भगवान का नाम ही सुख का सागर है जो भगवान का नाम लेता है वह इस भव सागर से पार हो जाता है। इसलिए मनुष्य को हर समय भगवान का नाम लेते रहना चाहिए। संत वहीं होता है जिसका स्वभाव निर्मल होता है। इसलिए मनुष्य को कभी क्रोध नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनुष्य जाती से छोटा नहीं होता है वह अपने कर्मो से छोटा होता है। रैदास ऐसे भक्त हुए जिन्हें आज भी लोग याद करते हैं वह भगवान के भक्त थे। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
विवेक से करें प्रत्येक कार्य
डेह. प्राणी मात्र को अपने कर्मों का फल भोगना पड़ता है। मनुष्य के पास सोचने व समझने की क्षमता होती है, इसलिए उसे हर कार्य विवेक से करना चाहिए। अपने बुरे कर्मो का नाश करने के लिए समय-समय पर धार्मिक कार्य करते रहना चाहिए। यह बात पंडित महेन्द्रकुमार शास्त्री ने शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर डेह में चल रहे अष्टान्हिका पर्व के दौरान प्रवचन करते हुए कहीं। उन्होंने बताया कि पुण्य की प्रबलता से कष्टकारी दुरूख भी सहज हो जाते हैं। समाज के कार्यकर्ता सुनील पाण्डया ने बताया कि मन्दिर में चल रहे नन्दीश्वरदीप विधान का समापन शुक्रवार को होगा।
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