पृथ्वीराज चौहान जीवन दर्शन प्रश्न मंच के कार्यक्रम में रणवीर सिंह ने प्रथम स्थान व द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से अरविंद सिंह, सवाई सिंह, लोकेंद्र सिंह व अरविंद सिंह रहे। विजेताओं को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
दौड़ के बाद किशोरसिंह बालवा की अध्यक्षता में छात्रावास के करमसिहं हॉल में व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि सभापति पायल गहलोत रहीं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समारोह समिति के संयोजक श्यामसिंह सजाडा ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान का 26 वर्ष का जीवन 1000 वर्ष बाद भी हम सभी को प्रेरणा देता है, ऐसे महापुरुषों के जीवन को आत्मसात करना चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्या भारती जोधपुर प्रांत पदाधिकारी रुद्रकुमार शर्मा ने कहा कि क्षत्रियों ने सर्वदा देश के लिए बलिदानी धर्म निभाकर देश और समाज की रक्षा एवं सेवा की है। उन्होंने देशभक्ति गीत के माध्यम से युवाओं में जोश व ऊर्जा का संचार किया। कार्यक्रम को एडवोकेट राजेंद्र सिंह पीपरली, देवेंद्र सिंह सायला, भंवरसिंह धवा, प्रणय गहलोत, छैलसिंह आदि ने भी संबोधित किया।
दौड़ के बाद किशोरसिंह बालवा की अध्यक्षता में छात्रावास के करमसिहं हॉल में व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि सभापति पायल गहलोत रहीं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समारोह समिति के संयोजक श्यामसिंह सजाडा ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान का 26 वर्ष का जीवन 1000 वर्ष बाद भी हम सभी को प्रेरणा देता है, ऐसे महापुरुषों के जीवन को आत्मसात करना चाहिए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्या भारती जोधपुर प्रांत पदाधिकारी रुद्रकुमार शर्मा ने कहा कि क्षत्रियों ने सर्वदा देश के लिए बलिदानी धर्म निभाकर देश और समाज की रक्षा एवं सेवा की है। उन्होंने देशभक्ति गीत के माध्यम से युवाओं में जोश व ऊर्जा का संचार किया। कार्यक्रम को एडवोकेट राजेंद्र सिंह पीपरली, देवेंद्र सिंह सायला, भंवरसिंह धवा, प्रणय गहलोत, छैलसिंह आदि ने भी संबोधित किया।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में शेरसिंह, किशनसिंह भाटी, जालमसिंह, अमरसिंह, अर्जुनसिंह, कुंदनसिंह, देवेंद्रसिंह, महावीर सिंह, शंभूसिंह नरूका, तेजसिंह, प्रेमसिंह भाटी, उदयसिंह, विक्रमसिंह, हरिसिंह, सुमेर सिंह, छैल सिंह, रतनसिंह, देवीसिंह, हिम्मत सिंह सहित छात्रावास के विद्यार्थी व नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम संयोजक व जयंती समारोह समिति के उपाध्यक्ष भंवर सिंह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया एवं 7 जून को जोधपुर में होने वाले कार्यक्रम का निमंत्रण दिया। कार्यक्रम का संचालन भवानी सिंह ने किया। अतिथियों ने सम्राट पृथ्वीराज चौहान के चित्र पर माल्यार्पण करके पुष्पांजलि अर्पित की एवं दीप प्रज्वलित किया।