योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार इसका लाभ आयकरदाता और सरकारी कर्मचारियों को छोड़कर अन्य सभी ले सकेंगे। पंजीयन के समय मृत व्यक्ति के बारे में पूरा विवरण देना होगा। इनसे संबंधित दस्तावेजों की प्रतियां अस्थि कलश लेकर जाने वालों को अपने साथ रखनी होंगी। एक बस में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए अधिकतम 23 कलश के साथ 46 यात्री बैठ सकेंगे। हरिद्वार में अस्थि विसर्जन व पूजा से जुड़े कार्य अस्थि कलश लेकर जाने वालों को स्वयं करना होगा।
हरिद्वार के लिए जाने वाले यात्रियों को ऑनलाइन टिकट बुकिंग करवाना होगा। पंजीकृत यात्रियों को यात्रा के सम्बंध में रोडवेज की ओर से मोबाइल पर सूचना दी जाएगी। इसके तहत आने-जाने की बुकिंग एक साथ ही करनी होगी तथा यात्रियों को उसी वाहन से वापस आना होगा। इनको हरिद्वार में रूकने की अनुमति नहीं रहेगी।
निशुल्क मोक्ष कलश यात्रा के लिए आयकर दाता एवं सरकारी कर्मचारियों को पात्र नहीं माना गया है। इनके अलावा अन्य लोग इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
– गणेशकुमार शर्मा, आगार प्रबंधक, रोडवेज, नागौर