नागौर

गुरुजी को स्कूलों में बढ़ाना ही पड़ेगा नामांकन…!

नागौर. राजकीय शिक्षण संस्थानों में नामांकन बढ़ाने एवं शैक्षिक गुणवत्ता के लिए शिक्षकों को बदलाव के रास्ते पर चलना पड़ेगा। शैक्षिक हित के लिए काम किए जाने पर ही सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।

नागौरJul 27, 2018 / 06:59 pm

Sharad Shukla

nagaur news

नागौर. जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में नामांकन बढ़े, इसके लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं संस्था प्रधान व्यक्तिगत रूप से रुचि लेकर कार्य करें। जिले में जिला प्रशासन एवं राजस्थान पत्रिका द्वारा चलाए जा रहे नींव अभियान ‘हर स्कूल-मॉडल स्कूल’ के दस बिन्दुओं को अपनाकर हम सरकारी विद्यालयों की छवि बदल सकते हैं। कलक्टर ने कहा कि मेरा किसी शिक्षक पर दबाव नहीं है, लेकिन आह्वान जरूर करना चाहूंगा कि प्रत्येक शिक्षक ड्रेस कोड अपनाए। वे गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्कूल सलाहकार समिति तथा मिड डे मिल की बैठक को संबोधित कर रहे थे। कलक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि सबसे पहले वे खुद यूनिफॉर्म में आना शुरू करें, ताकि शिक्षक भी उनसे प्रेरणा ले सकें। इस पर बैठक में उपस्थित सभी शिक्षाधिकारियों ने कलक्टर को आश्वस्त किया कि वे बदलाव के दस बिन्दुओं को अपनाएंगे और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। गौरतलब है कि जिले में राजस्थान पत्रिका एवं जिला प्रशासन की ओर से हर स्कूल मॉडल स्कूल अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के ड्रेस कोड सहित शिक्षा में सुधार के लिए बदलाव के दस बिन्दु तय किए गए हैं।
दूध व भोजन की गुणवत्ता जांचे
कलक्टर ने निर्देश दिए कि वे अपने नियमित भ्रमण के दौरान स्कूलों में बनने वाले भोजन की गुणवत्ता जांचें। साथ ही दूध की जांच लैक्टोमीटर से करें। जांच का इंद्राज रजिस्टर में प्रतिदिन किया जाए, ताकि दूध में किसी तरह की कमी की शिकायत हो तो संधारित रजिस्टर के माध्यम से उसका सत्यापन हो सके कि दूध में सभी पोषक तत्व थे
या नहीं।

एमएलओ डलवाने के निर्देश
कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक यादव ने ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों सहित सभी चिकित्सा प्रभारियों को मौसमी बीमारियों की रोकथाम को लेकर पूरे प्रयास करने के निर्देश दिए। डॉ. यादव ने एएनएम को अपने नियुक्त स्थान पर गांव में जलभराव वाले क्षेत्रों में एमएलओ डलवाए जाने के निर्देश दिए। एंटी लार्वा गतिविधियां वाले क्षेत्रों की साप्ताहिक व पाक्षिक आंकलन होना चाहिए। डेंगू और मलेरिया के हाईरिस्क एरिया में फोगिंग करवाई जाए। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुश्ताक अहमद ने नियमित टीकाकरण, संस्थागत प्रसव की ब्लॉक वार प्रगति में सुधार लाने के निर्देश दिए।

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