सिविल सेवा परीक्षा में नागौर जिले तीन युवाओं यचन हुआ हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर से लोकसभा उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल ने इनकाे बधार्इ दी है।
नागाैर। सिविल सेवा परीक्षा 2018 के परिणाम में टॉप 10 स्थान पाने वालों में से 4 राजस्थान के रहले वाले हैं। जयपुर के कनिष्क कटारिया ने IAS EXAM में टॉप किया है। वहीं शहर के ही अक्षत जैन को दूसरी रैंक मिली है। अजमेर के किशनगढ़ के श्रेयांस कूमट चौथे और सीकर के नीमकाथाना के शुभम गुप्ता छठे स्थान पर रहे।
सिविल सेवा परीक्षा में नागौर जिले से तीन युवाओं यचन हुआ हैं। इनमें खींवसर तहसील के ईशरनावड़ा निवासी गिरधर बेनीवाल, डीडवाना के सुदरासन निवासी रामनिवास बुगालिया और मकराना निवासी राजेंद्र डूडी का नाम शामिल है। खास बात यह है कि राजेंद्र डूडी की पत्नी वर्तमान में सरपंच है। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर से लोकसभा उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल ने होनहारों को भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन पर बधाई दी है।
खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि खींवसर विधानसभा के ईशरनावडा निवासी छोटे भाई गिरधर बेनीवाल को भारतीय प्रशासनिक सेवा में 61वीं रैंक हासिल करने पर बधाई। यह समूचे प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। साथ ही देश में प्रथम स्थान हासिल करने वाले राज्य के कनिष्क कटारिया सहित जिले और प्रदेश के सभी होनहारों को भी बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से सफल होकर यह मकाम हासिल किया।
गिरधर बेनीवाल खींवसर तहसील के ईशरनावड़ा गांव निवासी गिरधर बेनीवाल ने 61वीं रैंक हासिल की है। इससे पहले गिरधर बेनीवाल का 2016 में आरएएस में चयन हुआ था। गिरधर बेनीवाल की शुरूआती पढ़ाई गांव के ही स्कूल में हुई थी। गिरधर का चयन सिविल सेवा में होने से गांव समेत पूरे इलाके में खुशी की लहर है।
रामनिवास बुगालिया डीडवाना के सुदरासन गांव निवासी रामनिवास बुगालिया ने 159वीं रैंक हासिल करते हुए अपने परिवार और गांव व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। बुगालिया वर्तमान में चूरू जिले के तारानगर में एसडीएम पद पर कार्यरत है, पिता भोजराज बुगालिया सरकारी शिक्षक है तो मां गृहिणी है।
राजेंद्र डूडी नागौर जिले के मकराना निवासी राजेंद्र डूडी ने सिविल सेवा परीक्षा में 590वीं रैंक हासिल की है। वर्तमान में चैन्नई में कस्टम अधिकारी के पद पर तैनात राजेंद्र डूडी ने आईआईटी खडगपुर से बी टेक करने के बाद सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। उन्होंने छठे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है। राजेंद्र की पत्नी श्रवणी देवी वर्तमान में राणीगांव ग्राम पंचायत की सरपंच है।