गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों से पहले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बनाने वाले हनुमान बेनीवाल को जहां खींवसर से जीत मिली, वहीं उनकी पार्टी के प्रत्याशियों ने मेड़ता व भोपालगढ़ की सीट पर कब्जा जमाया था। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उनकी पार्टी से गठबंधन कर नागौर की सीट खाली छोड़ी थी, जिस पर खुद हनुमान बेनीवाल ने चुनाव लड़ा। हालांकि 23 मई को मतगणना होगी, लेकिन बेनीवाल अपनी जीत को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रहे हैं। वहीं एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद राजनीतिक दल भी जोड़-तोड़ में जुट गए हैं। इसी को लेकर भाजपा ने भी एनडीए दलों के साथ मंगलवार को बैठक बुलाई थी। बैठक में शामिल होने के लिए एनडीए के गटक दल के रूप में रालोपा संयोजक हनुमान बेनीवाल जयपुर से दिल्ली गए।
राजनीतिक सूत्रों की मानें तो एग्जिट पोल से उत्साहित भाजपा किसी प्रकार का जोखिम नहीं उठाना चाहती है। उधर, कांग्रेस ने क्षेत्रीय दलों से सम्पर्क साधना शुरू कर दिया है, जिससे भाजपा भी सतर्क हो गई है और मंगलवार शाम को एनडीए नेताओं के साथ बैठक कर परिणाम आने के बाद सरकार बनाने की रणनीति पर चर्चा की जाएगी।