कागजों में ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मी इन नाकों पर होमगार्ड या पुलिसकर्मी की ड्यूटी भी है, लेकिन कागजों में। लॉकडाउन के दौरान शहर में प्रवेश के रास्तों पर इस तरह के नाके लगाए गए थे। इनके लिए शिक्षा विभाग से अधिकारियों को प्रभारी नियुक्त किया है। साथ ही नर्सिंग छात्र व पुलिसकर्मी भी ड्यूटी पर लगाए गए, लेकिन पुलिसकर्मी कभी ड्यूटी पर नहीं आते।
नाके पर पुलिसकर्मी नहीं आते जिला अस्पताल के समीप नाका संभाल रहे जगदीशप्रसाद ने बताया कि होमगार्ड या पुलिसकर्मी उनके साथ खड़ा हो तो वाहन रोकने में आसानी रहती है। अधिकतर वाहन ऐसे ही चले जाते हैं। आवाज लगाकर रूकवाते हैं, लेकिन वाहन चालक नहीं रूकते। कुछ लोग रूकते भी है, लेकिन रजिस्टर में एंट्री करते देख फुर्र हो जाते हैं। उनके नाके पर पुलिसकर्मी कभी नहीं आया। corona virus in nagaur jodhpur
रात के लिए टॉर्च तक नहीं मिली नाके पर तैनात शिक्षक नारायणदान ने बताया कि यहां रात को काफी समस्या होती है। बाहर से आने वाले वाहन रूकवाने के लिए टॉर्च तक नहीं है। अंधेरा होने से वाहन सीधे ही निकल जाते हैं। बिना एंट्री करवाए चले जाते वाहनों के नम्बर हम लोग नोट कर लेते हैं, लेकिन उनको पकडऩे का कोई संसाधन नहीं है।।