scriptविस्फोट की गूंज से थर्रा रहे मकान | Houses are shaking with the echo of explosion | Patrika News

विस्फोट की गूंज से थर्रा रहे मकान

locationनागौरPublished: Aug 19, 2019 07:23:10 pm

Submitted by:

Ravindra Mishra

सवाईसिंह हमीराणा
खींवसर। खनिज विभाग की अनदेखी के कारण लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो गया है। विस्फोट की गूंज से रहवासी मकान थर्रा रहे हैं। मकानों में दरारे आ गई हैं, स्कूलों में बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। जब तक बच्चे घर नहीं आ जाए तब तक अभिभावक चिंता में रहते हैं। यह कोई एक-दो दिन की स्थिति नहीं बल्कि हर रोज के हालात है। खनन माफिया के खौफ से पीडि़त ग्रामीण अपनी जुबान खोलने से कतरा रहे हैं।

nagaur

mining


खींवसर।दूसरी ओर खनिज विभाग की शह पर रॉयल्टी ठेकेदार अवैध खनन कर निकाले गए पत्थर को रॉयल्टी के जरिये वैध बना रहा है। खींवसर क्षेत्र में तेजी से पांव पसार रहे लाइम स्टोन के अवैध खनन ने खनिज विभाग की अनदेखी एवं शिथिल कार्यशैली के चलते अवैध खननकर्ताओं ने सारी हदें पार कर दी है। खननकर्ताओं ने न तो सडक़ों को बक्शा है और न ही प्राचीन तालाबों का ख्याल रखा है। हालात यह है कि स्कूलों के समीप हो रहे अवैध खनन से बच्चे भयभीत है। दिनभर विस्फोट की धूम धड़ाम की गूंज के बीच छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ग्राम भावण्डा, बैरावास, ताडावास, टांकला, आकला, महेशपुरा, बैराथल सहित कई गांवों में अवैध खनन कत्र्ताओं ने सडक़ों एवं कच्चे मार्गों को नहीं बख्शा है। रही सही कसर अवैध लाइम स्टोन परिवहन कर रहे सैंकड़ों वाहन पूरी कर रहे है। दिन-रात दौड़ रहे ट्रेक्टर एवं ट्रक सडक़ों को बूरी तरह क्षतिग्रस्त कर रहे है, लेकिन पुलिस भी इन्हें रोक नहीं पा रही है। गांवों में बड़े पैमाने पर अवैध खनन खनिज विभाग की सजकता की पोल खोल रहा है। इतने बड़े पैमाने पर अवैध खनन को लेकर न तो विभागीय अधिकारी प्रभावी मॉनिटरिंग कर रहे हैं और न ही कोई कार्रवाई। कई जगह नाकेदार लगाए हैं पर अवैध खननकत्र्ता भी प्रभावशाली है। साथ ही रॉयल्टी ठेकेदार भी अपना कोटा पूरा करने के लिए एप्रोच के चलते अवैध खनन फल-फूल रहा है। अधिकारी इधर झांकते तक नहीं और खननकर्ता सरकार के खजाने को करोड़ों रुपए के राजस्व की चपत लगा रहे हैं।
विभाग ने नहीं पकड़ी कोई सामग्री
खननकत्र्ताओं को विस्फोटक सामग्री बारूद आदि कहां से उपलब्ध करवाए जा रहे है यह भी जांच का विषय है। खदानों में सुरंग बनाकर बारूद का विस्फोट करने से ग्रामीण भयभीत है। सडक़ मार्गों के समीप हो रहे विस्फोटक से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पास के मार्ग से अनेक ग्रामीण गुजरते हैं लेकिन अवैध खननकर्ताओं के ब्लॉस्ट करने का समय निर्धारित नहीं है। जिससे कभी भी जनहानि हो सकती है। हालात यह है कि खदानों पर खुले में विस्फोटक सामग्री पड़ी रहती है, लेकिन कार्रवाई करने की कोई जहमत नहीं उठाता। कभी कभार उच्च स्तरीय शिकायत पर विस्फोटक सामग्री पकड़ी जाती है लेकिन पुलिस ने कभी भी तह तक जाने का प्रयास नहीं किया।
भारी मात्रा में देखे जाते हैं संसाधन
ज्यों-ज्यों अवैध खनन का रकबा बढ़ता जा रहा है वैसे ही खननकर्ताओं के पास संसाधन भी बढ़ रहे है। जेसीबी मशीने, एलएनटी, कम्प्रेशर मशीनें सहित अनेक संसाधन गांवों में बड़ी तादाद में खनन करते देखे जा रहे हैं, लेकिन इन्हें पकडऩे के बाद पुलिस औपचारिकता के बाद छोड़ देती है। इससे खननकर्ताओं के हौंसले बुलन्द हैं।
हम कुछ नहीं कर सकते
रिकॉर्ड देखकर बताएंगे
हमने अवैध खनन की रोकथाम के लिए कहां-कहां कार्रवाई की है इसका ध्यान नहीं है, रिकॉर्ड देखकर ही बता पाएंगे।

-धीरज पंवार, अभियंता खनिज विभाग
प्रयास कर रहे हैं

कई बार खदानों से अवैध विस्फोटक सामग्री बरामद कर सख्त पूछताछ करते हैं, लेकिन अभी तक यह मामला पकड़ में नहीं आया है कि आखिर अवैध विस्फोटक सामग्री कौन उपलब्ध करवा रहा है।
-अशोक बिसू, थानाधिकारी भावण्डा
फोटो कैप्शन 2008बीए- खींवसर के बैराथल में जेसीबी मशीन से हो रहा अवैध खनन।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो