कोतवाली थानाधिकारी नंदकिशोर वर्मा ने बताया कि श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के छीला निवासी सुशीला (25) नाम की एक महिला अपने बच्चे के साथ गत एक अगस्त से फकीरों का चौक स्थित एक मकान में किराए पर रह रही थी। मंगलवार दोपहर में फोन पर सूचना मिली कि महिला ने चुन्नी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तथा महिला के परिजनों को सूचना दी। करीब तीन घंटे बाद मृतका का भाई मौके पर पहुंचा। पुलिस ने भाई की उपस्थिति में शव उतारकर जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
गृह क्लेश ने समाप्त कर दिया परिवार पुलिस के अनुसार सुशीला गत 23 जुलाई को हनुमान बाग कॉलोनी में आत्महत्या करने वाले झटेरा निवासी कुशालसिंह की पत्नी है। कुशालसिंह व सुशीला ने 22 जुलाई को ही हनुमान बाग कॉलोनी में एक मकान किराए पर लिया था और 23 को किसी बात को लेकर आपस में झगड़े थे। झगड़े के बाद सुशीला बच्चों के साथ बस में बैठकर गांव चली गई और पीछे से कुशालसिंह ने किराए के मकान में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों के अनुसार दोनों के बीच काफी समय से गृह क्लेश चल था, जिसके कारण एक परिवार समाप्त हो गया।
मोबाइल से खेलता रहा मां की मौत से बेखबर मासूम
स्थानीय लोगों ने पत्रिका को बताया कि आत्महत्या करने वाली महिला सुशीला पांच वर्षीय पुत्र पूनमसिंह के साथ यहां रहती थी। मंगलवार को आत्महत्या करने से पहले महिला ने बच्चे को अपना एंड्रॉयड मोबाइल देकर खेलने के लिए किसी दुकानदार के पास भेज दिया। घटना के बाद भी मासूम अपनी मां की मौत से अनजान था और एक तरफ बैठकर मोबाइल से खेल रहा था। लोगों ने बताया कि सुशीला के एक लडक़ी भी है, जो ननिहाल में रहती है। पति-पत्नी दोनों द्वारा आत्महत्या करने के बाद मासूमों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया है।