scriptलैब-स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ाई नहीं तो संस्था प्रधानों पर कार्रवाई | If there is no study in the lab-smart class room, then action on the head of the institution | Patrika News

लैब-स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ाई नहीं तो संस्था प्रधानों पर कार्रवाई

locationनागौरPublished: Oct 25, 2021 10:54:36 pm

Submitted by:

Sharad Shukla

Nagaur. राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के राज्य परियोजना निदेशक भंवरलाल ने इस संबंध में प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य जिला शिक्षाधिकारी, जिला परियोजना समन्वयकों को जारी किए आदेश

If there is no study in the lab-smart class room, then action on the head of the institution

If there is no study in the lab-smart class room, then action on the head of the institution

नागौर. राजकीय शिक्षण संस्थानों में स्थापित कम्प्यूटर लैब एवं स्मार्ट क्लास रूम में सभी विषय शिक्षकों इसका उपयोग नियमित पाठन के दौरान कम से कम एक क्लास के तौर करना होगा। ऐसा नहीं किए जाने वाले शिक्षकों के संस्था प्रधानों के खिलाफ शिक्षा विभाग अब अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगा। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के राज्य परियोजना निदेशक भंवरलाल ने इस संबंध में प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य जिला शिक्षाधिकारी, जिला परियोजना समन्वयकों को इस आशय का निर्देश जारी कर इसकी पालना कराने के लिए निर्देशित किया है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि जिले भर की गतिवधियों की निगरानी करने के लिए ब्लॉक व जिला स्तरीय पर्यवेक्षणीय अधिकारी का दायित्व सुनिश्चित कर दिया जाना चाहिए।शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्कूलों में किए जाने वाले निरीक्षणों में पाया गया कि कम्प्यूटर लैब एवं स्मार्ट क्लास रूम की सुविधा होने के बाद शिक्षण संस्थानों की ओर से इनका सदुपयोग नहीं किया जा रहा है। बताते हैं कि स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से अधिकारियों ने पूर्व में कई जगहों पर निरीक्षण के दौरान मिली स्थितियों की जानकारी की पूरी तथ्यात्मक रिपोर्ट बनाकर राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के परियोजना निदेशक भंवरलाल को सौंपी थी। रिपोर्ट मिलने के बाद परियोजना निदेशक की ओर से इस पर खासी नाराजगी जताते हुए सभी जिलों के मुख्य जिला शिक्षाधिकारियों से को इस पर नाराजगी जताते हुए इस आशय का निर्देश पत्र भेजा गया है। भेजे गए पत्र में स्पष्ट तौर पर चेतावन दी गई है कि अब ऐसा किए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, और इसके पूरी तरह से जवाबदेह संबंधित स्कूलों के संस्थाप्रधान ही माने जाएंगे।

आंकड़ों पर एक नजर

माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय-743कम्प्यूटर लैब की संख्या-418सक्रिय कम्प्यूटर लैब की संख्या-202स्मार्ट क्लासेज की संख्या-75प्रस्तावित कम्प्यूटर लैब-281

जिला एवं ब्लॉक स्तर पर करेंगे जांच

कार्यक्रम अधिकारी जिला आईसीटीसी प्रभारी पुष्प सिंह ने बताया कि लगभग 280 शिक्षण संस्थानों में आईसीटीसी लैब लगाने के लिए 25 प्रतिशत राशि विधायक कोष एवं भामाशाह तथा जनसहयोग से प्राप्त कर जयपुर भेज दी गई है। वहां से निविदा होने के बाद संबंधित कंपनी की ओर से इस साल दिसंबर तक यहां पर लैब स्थापित कर दी जाएगी। इसके साथ ही जिले के सभी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में इस वर्ष के अंत तक कम्प्यूटर लैब लगा दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस पूरे कार्यक्रम की साप्ताहिक समीक्षा खुद जिला कलक्टर की ओर से की जा रही है। सिंह ने बताया कि इसके साथ ही पर्यवेक्षणीय अधिकारी के तौर पर भी जिले में ऐसे लैब की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। इसमें जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तर पर अलग-अलग टीमें बनाकर कम्प्यूटर लैब एवं स्मार्ट क्लासेज के संचालन गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।

इनका कहना है…

शिक्षण संस्थानों में कम्प्यूटर क्लासेज एवं स्मार्ट क्लासेज के संदर्भ में आदेश मिल चुका है। इससे जिले के शिक्षण संस्थानों को अवगत भी करा दिया गया है। इसके साथ ही इसके नियमित संचालन आदि की साप्ताहिक समीक्षा भी जिला स्तर पर की जाएगी।

बस्तीराम सांगवा, एडीपीसी समसा नागौर

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