लेकिन 1975 में बाढ़ आने के बाद रेलवे ने नावां में नया रेलवे स्टेशन बना लिया। इसके बाद यह पुरानी रेलवे लाइन हटा दी गई। अब रेलवे ने इस स्थान को ट्रायल ट्रैक के लिए चुना है। टेस्ट ट्रायल ट्रैक अब तक अमरीका, ऑस्ट्रेलिया, जापान जैसे देशों में ही बनाया जाता है। जहां सभी सुपरफास्ट एवं साधारण टे्रनों का ट्रायल रन किया जाता है। जिससे साधारण ट्रैक पर दूसरी ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित नहीं होती और ट्रेनों की ट्रायल चैकिंग भी सुलभ हो जाती है।
शुरू किया कार्य
इस रेलवे ट्रैक के लिए ठेकेदारों ने भी अपना कार्य शुरू कर दिया है। नावां में पुराने रेलवे स्टेशन पर रेलवे की भूमि पर ठेकेदारों ने पिलर बनाने के साथ ही ट्रैक स्थल पर भी सफाई कार्य शुरू कर दिया गया है। गौरतलब है कि पिलर बनाए जाने के बाद ट्रैक का निर्माण शुरु होगा।
इस रेलवे ट्रैक के लिए ठेकेदारों ने भी अपना कार्य शुरू कर दिया है। नावां में पुराने रेलवे स्टेशन पर रेलवे की भूमि पर ठेकेदारों ने पिलर बनाने के साथ ही ट्रैक स्थल पर भी सफाई कार्य शुरू कर दिया गया है। गौरतलब है कि पिलर बनाए जाने के बाद ट्रैक का निर्माण शुरु होगा।
सांभर झील के किनारे ट्रैक
गुढा साल्ट से मीठड़ी के बीच बनाई जाने वाली यह ट्रैक सांभर झील किनारे बनाया जा रहा है। रेलवे प्रशासन ने सांभर झील की भार क्षमता जांचने के लिए लेबोरेट्री जांच भी करवाई है। इसके अलावा रेलवे प्रशासन ने सांभर झील में जा रही बिजली की केबल व पाइप लाइन हटवाने के लिए भी आदेश जारी किए है।
गुढा साल्ट से मीठड़ी के बीच बनाई जाने वाली यह ट्रैक सांभर झील किनारे बनाया जा रहा है। रेलवे प्रशासन ने सांभर झील की भार क्षमता जांचने के लिए लेबोरेट्री जांच भी करवाई है। इसके अलावा रेलवे प्रशासन ने सांभर झील में जा रही बिजली की केबल व पाइप लाइन हटवाने के लिए भी आदेश जारी किए है।
25 किमी लंबा होगा ट्रैक
रेलवे की ओर से यह ट्रायल ट्रैक 25 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा। जो जयपुर-जोधपुर रेल मार्ग पर स्थित गुढासाल्ट से नावां होते हुए मीठड़ी तक बनाया जाएगा। इसके लिए ठेकेदार ने पिलर बनाने के साथ ही आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी है। यह रेलवे ट्रैक पूरी तरह नया होगा और नई रेलवे लाइन डाली जाएगी।
रेलवे की ओर से यह ट्रायल ट्रैक 25 किलोमीटर लंबा बनाया जाएगा। जो जयपुर-जोधपुर रेल मार्ग पर स्थित गुढासाल्ट से नावां होते हुए मीठड़ी तक बनाया जाएगा। इसके लिए ठेकेदार ने पिलर बनाने के साथ ही आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी है। यह रेलवे ट्रैक पूरी तरह नया होगा और नई रेलवे लाइन डाली जाएगी।
ट्रेक के टेण्डर प्रक्रिया करने के साथ ही आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी गई है। आगामी दिनों में बजट आने के बाद ट्रैक बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा।
गोपाल शर्मा, जनसम्पर्क अधिकारी, उत्तर पश्चिम रेलवे
गोपाल शर्मा, जनसम्पर्क अधिकारी, उत्तर पश्चिम रेलवे