scriptरुबेला एवं खसरा रोग के लक्षण और उपाय की दी जानकारी | Information about the signs and measures of rubella and measles diseas | Patrika News
नागौर

रुबेला एवं खसरा रोग के लक्षण और उपाय की दी जानकारी

रुबेला और खसरा टीकाकरण अभियान को लेकर बुधवार को कस्बे के राजकीय सोमानी चिकित्सालय में डॉ. विनोद शर्मा की अध्यक्षता में मौलासर ब्लॉक maulasar block के सभी सरकारी व निजी स्कूलों के नोडल अधिकारियों की आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

नागौरJul 17, 2019 / 06:31 pm

Anuj Chhangani

moulasar news

रुबेला एवं खसरा रोग के लक्षण और उपाय की दी जानकारी

nagaur latest news in hindi : मौलासर. रुबेला और खसरा टीकाकरण अभियान को लेकर बुधवार को कस्बे के राजकीय सोमानी चिकित्सालय में डॉ. विनोद शर्मा की अध्यक्षता में मौलासर ब्लॉक के सभी सरकारी व निजी स्कूलों के नोडल अधिकारियों की आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान विशेषज्ञ चिकित्सकों ने रुबेला और खसरा बीमारियों के लक्षण व उपायों की जानकारी दी। इस दौरान चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनोद शर्मा ने कहा कि खसरा एक जानलेवा बीमारी है। बच्चों में अपंगता और मृत्यु के बड़े कारणों में से एक है। यह एक संक्रामक रोग है। एक प्रभावित व्यक्ति के खांसने और छींकने से फैलता है। इससे बच्चे को निमोनिया, दस्त और दिमागी संक्रमण जैसी जीवन के लिए घातक जटिलताओं के प्रति संवेदनशील बना सकता है। तेज बुखार के साथ त्वचा पर दिखाई पडऩे वाले लाल चकते, खांसी, बहती नाक और लाल आंखे खसरा के मुख्य लक्षण है।

गर्भावस्था के दौरान होता है रुबेला

कार्यशाला को डॉ. सुशीलकुमार पारीक ने बताया कि रुबेला रोग अधिकतर महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होता है। जन्मजात रुबेला सिंड्रोम विकसित हो सकता है, जो भ्रूण और नवजात शिशुओं के लिए गंभीर और घातक साबित हो सकता है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक गर्भावस्था के दौरान रुबेला से संक्रमित माता से जन्में बच्चे में दीर्घकालीन जन्मजात विसंगतियों से पीडि़त होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। जिससे आंखों में मोतियाबिंद, बहरापन व मस्तिष्क प्रभावित होते है। वहीं रुबेला से गर्भवती स्त्री में गर्भपात, अकाल प्रसव और मृत प्रसव की संभावनाएं बढ़ जाती है। इस मौके पर राजकीय सोमानी स्कूल के प्रधानाचार्य डॉ. शमशाद अली, बालिका स्कूल की प्रधानाचार्या गीता गण्डोत्रा, शिक्षक नरपतङ्क्षसह चांदावत, निजी स्कूल के हरीश शर्मा आदि शिक्षक उपस्थित रहे।

22 जूलाई से होगी अभियान की शुरूआत

चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि मौलासर ब्लॉक में खसरा व रुबेला अभियान के तहत 2 जुलाई से टीकाकरण की शुरूआत की जाएगी। इस दौरान 9 माह के बच्चे से लेकर 15 वर्ष तक के बच्चों को खसरे के टीके लगाए जाएंगे। चिकित्सा अधिकारियों एवं सरकारी व निजी स्कूलों के अध्यापकों की कार्यशाला में खसरा व रुबेला रोग के टीकाकरण को लेकर शत् प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने का आह्वान किया गया है। चिकित्सा अधिकारी डॉ. शर्मा ने बताया कि अभियान के प्रथम चरण के तहत पहले दो सप्ताह में स्कूलों में शिविर आयोजित कर टीके लागए जाएंगे।

Home / Nagaur / रुबेला एवं खसरा रोग के लक्षण और उपाय की दी जानकारी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो