नागौरPublished: Nov 19, 2022 10:22:45 pm
Sharad Shukla
Nagaur. कृषि विज्ञान केन्द्र में अठियासन का नजारा बदला हुआ था। हर महिला के चेहरे पर जिज्ञासा नजर आ रही थी
नागौर. कृषि विज्ञान केन्द्र अठियासन में शुक्रवार को महिलाओं को प्राकृतिक खेती की जानकारी दी दी गई। इस मौके पर केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष गोपीचंद सिंह ने कहा कि वह अपने खेत की जमीन को एवं अपने परिवार को प्राकृतिक खेती द्वारा ही स्वस्थ रख सकती हैं। लगातार एक ही फसल चक्र व अंधाधुंध उर्वरकों और कीटनाशकों के प्रयोग करने से भूमि की उर्वरा शक्ति क्षीण हो चुकी है। मृदा का कार्बनिक पदार्थ समाप्त होने के कगार पर है। इसके साथ ही भूमिगत जल प्रदूषित हो चुका है। उन्होंने कहा कि अधिक रासायनिक खादों, कीटनाशकों एवं खरपतवारनाशको के प्रयोग से अस्थमा, कैंसर, ब्लड प्रेशर व शुगर जैसी अनेकों असाध्य बीमारिया हो सकती है । अत: इन सब का निदान केवल और केवल प्राकृतिक खेती ही है। केंद्र की उद्यान विशेषज्ञ कल्पना चौधरी ने कृषक महिलाओं को प्राकृतिक खेती के मुख्य स्तंभ जैसे की जीवा मृत, बीजा मृत, बापसा आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। केंद्र के पशुपालन विशेषज्ञ बुधाराम ने रासायनिक उर्वरक छोडकऱ प्राकृतिक खेती करने पर जोर दिया।
नागौर. कृषि विज्ञान केन्द्र अठियासन में महिला काश्तकारों को प्राकृतिक खेती की जानकारी देते केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक गोपीचंद सिंह