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जैन श्रावक-श्राविकाएं घर में ही करेंगे स्वाध्याय

locationनागौरPublished: Aug 07, 2020 08:06:49 pm

Submitted by:

Jitesh kumar Rawal

जैन समणी वृंद ने ऑनलाइन किया धार्मिक साहित्य

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नागौर. ऑनलाइन स्वाध्याय अपलोड के करने वाली जैन समणी सुयशनिधि एवं सुयोगनिधि।,नागौर. ऑनलाइन स्वाध्याय अपलोड के करने वाली जैन समणी सुयशनिधि एवं सुयोगनिधि।

नागौर. जैन धर्मावलंबियों के लिए स्वाध्याय को साधना का परम अंग माना गया है। कोरोना के चलते संतों के सान्निध्य में उपाश्रय जाना मुश्किल हो रहा है। कई श्रावकों को धार्मिक साहित्य कंठसथ भी नहीं है, जिससे प्रभु स्मरण एवं धार्मिक क्रियाओं को सम्पन्न करने में समस्या आती है। जिन श्रावक-श्राविकाओं को आगम वाणी कंठस्थ नहीं है या आगम भाषा, प्राकृत या अर्धमागधि पढऩी नहीं आती है उनके लिए स्वाध्याय करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा। धार्मिक क्रियाओं के लिए इस तरह के अध्याय ऑनलाइन किए गए है। इससे श्रावक-श्राविकाओं को आसानी रहेगी।
जयगच्छाधिपति आचार्य पाश्र्र्वचंद्र महाराज के अंतेवासी डॉ.पदमचंद्र महाराज की शिष्या जैन समणी डॉ.सुयशनिधि ने अपने यू-ट्यूब चैनल पर दशवैकालिक सूत्र के 4 अध्ययन को अपलोड किया हंै। इससे अब जैन श्रावक-श्राविकाएं घर बैठे स्वाध्याय कर सकेंगे। साथ ही देश-दुनिया में भी यू-ट्यूब चैनल से स्वाध्याय का लाभ ले सकेंगे। इस कार्य में जैन समणी सुयोगनिधि का भी सहयोग रहा। समणी डॉ.सुयशनिधि ने बताया कि आगम जैन साहित्य की अनमोल निधि और उपलब्धि है। दशवैकालिक सूत्र एक उत्कालिक सूत्र है, जिसे अस्वाध्याय के 32 कारणों को टालकर कभी भी पढ़ा जा सकता है। यह मूल सूत्र भी है, जिसका अध्ययन सर्वप्रथम आवश्यक माना गया है। आगम वाणी को समय-समय पर अपने यू-ट्यूब चैनल पर प्रसारित करने की भी बात कही।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने दिए निर्देश
नागौर. जिला निर्वाचन अधिकारी ने नगरीय निकायों में चुनाव के लिए तैयार निर्वाचक नामावलियों को निरंतर अद्यतन किए जाने के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बताया कि निकाय चुनाव को लेकर निर्वाचन नामावली का अंतिम प्रकाशन 20 जुलाई को किया जा चुका है। लेकिन, नामावली को अद्यतन रखे जाने के भी प्रावधान है। ऐसे में नगरीय निकायों की निर्वाचक नामावलियों को निर्वाचन के लिए लोक नोटिस जारी होने तक निरंतर नाम जोडऩे, हटाने एवं शुद्ध किया जाना सुनिश्चित किया जाएं। इसकी साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी। इस सम्बंध में नगर परिषद नागौर समेत जिले के नौ निकायों के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।

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