सुबह प्रवचन, शाम को प्रतिक्रमण
संघ सहमंत्री दशरथचंद लोढा ने बताया कि जैन समाज में शनिवार से चातुर्मास प्रारंभ हुआ। इस दौरान जयमल जैन पौषधशाला में समणी वृंद का प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 10 बजे तक प्रवचन होगा। इसके बाद कोरोना वायरस से मुक्ति मिलने एवं विश्व शांति के लिए आचार्य सम्राट जयमल महाराज रचित शांति जिन स्तुति का पाठ किया जाएगा। दोपहर में धार्मिक चर्चा एवं सूर्यास्त के बाद प्रतिक्रमण होगा।
दिनभर हुए विभिन्न आयोजन
प्रवचन की प्रभावना अकल्यादेवी-हस्तीमल पींचा की ओर से वितरित की गई। इस दौरान जयमल जैन महिला मंडल की रीता ललवानी, प्रेमलता ललवानी व संगीता ललवानी ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। मंच का संचालन संजय पींचा ने किया। प्रवचन के बाद समणी वृंद को प्रवास स्थल लोढ़ों की पोल स्थित छजमेल भवन पहुंचाया गया। दोपहर डेढ़ से ढाई बजे तक चांदनी चतुर्दशी के अवसर पर जयमल जैन पौषधशाला में जयमल जाप किया गया, जिसकी प्रभावना पुष्पादेवी ललवानी की ओर से वितरित की गई।
प्रवचन की प्रभावना अकल्यादेवी-हस्तीमल पींचा की ओर से वितरित की गई। इस दौरान जयमल जैन महिला मंडल की रीता ललवानी, प्रेमलता ललवानी व संगीता ललवानी ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। मंच का संचालन संजय पींचा ने किया। प्रवचन के बाद समणी वृंद को प्रवास स्थल लोढ़ों की पोल स्थित छजमेल भवन पहुंचाया गया। दोपहर डेढ़ से ढाई बजे तक चांदनी चतुर्दशी के अवसर पर जयमल जैन पौषधशाला में जयमल जाप किया गया, जिसकी प्रभावना पुष्पादेवी ललवानी की ओर से वितरित की गई।