राजनैतिक दबाव का आरोप
जिन्होंने कई बार पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों एवं प्रशासन से पट्टे दिलवाने की मांग की लेकिन राजनैतिक दबाव के चलते ग्राम पंचायतों ने आज तक कोई पट्टे नहीं दिए। वहीं यह परिवार प्रधानमंत्री आवास योजना के काबिल है पर उन्हें लाभान्वित सूची में शामिल नहीं किया है। जिनके प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए हैं उनके नाम आबादी भूमि एवं पट्टासुदा जमीन नहीं होने के कारण मकान नहीं बन पा रहे है। अनेक ग्राम पंचायतों में जमीन होने के बाद भी उन्हें पट्टे नहीं दिए जा रहे है। उन्होंने ज्ञापन में कहा कि राजस्थान पंचायतीराज अधिनियम १९६६ के नियम 158 के तहत कमजोर वर्ग के लोगों को पट्टे दिए जाने चाहिए मगर प्रशासन द्वारा उन्हें आबादी की जमीन होने के बाद भी पट्टे नहीं देने से उन्हें खुले में आजीविका चलानी पड़ रही है।
विधानसभा कूच को लेकर गांवों में बैठकें
खींवसर. अखिल भारतीय किसान सभा ने विधानसभा कूच के लिए 8 फरवरी को खींवसर में होने वाले सम्मेलन को लेकर सोमवार को लालावास, ताडावास, चरड़ा व भावण्डा में बैठकें की। किसानों की समस्याओं के समाधान की मांग करने के लिए इस दौरान ग्राम कमेटियों का भी गठन किया गया। बैठक में 50 हजार के कर्ज माफ करने, वृद्धावस्था पेंशन २ हजार करने तथा सरकार के लिखित समझौते को शीघ्र लागू करने के बारे में किसानों को बताया गया। बैठक में भावण्डा सरपंच भोमसिंह राठौड़, किसान सभा के अध्यक्ष चूनाराम पालीयाल, उपाध्यक्ष सीताराम गोदारा सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।