scriptकरणू प्रकरण : पांचौड़ी थाने के पूरे स्टाफ की खंगाली जाएगी सीडीआर | Karanu Case: investigated by CDR, inhuman treatment of Dalit youth | Patrika News

करणू प्रकरण : पांचौड़ी थाने के पूरे स्टाफ की खंगाली जाएगी सीडीआर

locationनागौरPublished: Feb 24, 2020 11:15:52 am

Submitted by:

shyam choudhary

घटना के दिन से एफआईआर होने तक निकाली जाएगी कॉल डिटेल रिपोर्ट, वीडियो बनाने वाले आरोपी ने वायरल करने के बाद डिलीट कर दिया वीडियो

investigated by CDR

investigated by CDR

नागौर. नागौर जिले के करणू गांव में गत 16 फरवरी को एक मोटरसाइकिल सर्विस सेंटर में दो दलित युवकों के साथ बर्बरता पूर्वक की गई मारपीट एवं अमानवीय व्यवहार के मामले में पांचौड़ी थाना स्टाफ की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाली जा रही है। सीडीआर मिलने के बाद जांच टीम यह पता लगाएगी कि थाने के किस स्टाफ ने आरोपियों से फोन पर बात की या सम्पर्क साधा था। थानाधिकारी से लेकर पुलिसकर्मी तक यदि किसी ने आरोपियों से सम्पर्क साधा और सीडीआर में यह साबित हुआ तो उस पर गाज गिरना तय है।
गौरतलब है कि युवकों के साथ मारपीट व गुप्तांग में पेट्रोल डालने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कई दलित संगठनों ने थाना स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस मामले को लेकर गठित संघर्ष समिति ने भी राज्य सरकार को भेजे ज्ञापन में एक मांग थानाधिकारी को निलम्बित करने की रखी थी। 21 फरवरी को नागौर आए राजस्व मंत्री हरीश चौधरी व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग मंत्री भंवरलाल मेघवाल सहित अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ सर्किट हाउस में हुई वार्ता में संघर्ष समिति की ओर से जब थानाधिकारी को निलम्बित करने की मांग रखी गई तो सरकार की ओर से उन्हें आश्वस्त किया गया कि जांच में थानाधिकारी सहित यदि थाने का कोई भी पुलिसकर्मी इसमें शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पूरे थाना स्टाफ की कॉल डिटेल व मोबाइल की लोकेशन रिपोर्ट निकाली जाएगी।
क्या है सीडीआर
कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) एक ऐसा रिकॉर्ड है, जिसमे उपभोक्ता के फोन कॉल एवं अन्य फोन सम्बन्धी सभी प्रकार की जानकारी दर्ज रहती है। जैसे- कॉल कब की गई, कितनी देर तक बात हुई, किसको कॉल किया है या किसका कॉल आया है तथा कॉल कहां से किया गया था।
छत्तरसिंह ने बताया वीडियो, मामला बिगड़ा तो किया डिलीट
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 16 फरवरी को घटना के दौरान जोधपुर के रिडमलसर निवासी छत्तरसिंह पुत्र बाघसिंह राजपूत ने दलित युवकों से अमानवीय व्यवहार वीडियो बनाया था तथा बाद में उसी ने वायरल किया। मामला बिगडऩे पर उसने अपने फोन से वीडियो डिलीट कर दिया। हालांकि मोतीनाथपुरा निवासी रघुवीर सिंह पुत्र सवाईसिंह राजपूत ने भी घटना का वीडियो बनाया था, लेकिन उसने वायरल नहीं किया। पुलिस ने छत्तरसिंह को गिरफ्तार मोबाइल भी जब्त कर लिया है तथा सबूत के लिए एफएसएल जांच के लिए भेजा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डिलीट किए गए वीडियो वापस रिकवर करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
एजेंसी मालिक भीमसिंह के भाई ने डाला था पेट्रोल
पुलिस जांच में सामने आया कि बाइक एजेंसी करणू निवासी भीमसिंह पुत्र भंवरसिंह राजपूत के नाम थी तथा उसका भाई हनुमान सिंह भी वहीं काम करता था, जिसने पेचकश पर कपड़ा लपेट कर गुप्तांग में पेट्रेाल डाला था। पुलिस ने दोनों भाइयों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
16 से 19 फरवरी तक मेरी भी सीडीआर निकलवाऊंगा
पीडि़त परिवार एवं संघर्ष समिति की मांग पर हमने उन्हें इतना भरोसा दिलाया है कि पांचौड़ी थाना स्टाफ ही नहीं बल्कि 16 से 19 फरवरी तक मेरी सीडीआर भी निकलवाऊंगा। आईजी मानवाधिकार ने भी इस मामले में परिजनों एवं ग्रामीणों से पूरी जानकारी ली है, जहां भी गड़बड़ी मिलेगी, तुरंत कार्रवाई होगी।
– डॉ. विकास पाठक, पुलिस अधीक्षक, नागौर
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो