खानापूर्ति कर रहे अधिकारी
वीर तेजा जन्म स्थली खरनाल के पूर्व अध्यक्ष प्रेमसुख जाजड़ा का कहना है कि पैनोरमा की बदहाली को लेकर लोगों की नाराजगी को देखते हुए उपखंड अधिकारी नागौर अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भेजकर खानापूर्ति करने में लगे हैं। अधिकारी भी पैनोरमा के चक्कर काटकर कर्तव्य की इतिश्री कर रहे हैं। करीब 15 साल में बनकर तैयार हुए इस पैनोरमा को लोगों का इंतजार है। लोग भी यहां संजोकर रखे गए गौरवशाली इतिहास से जुड़े पलों को देखना चाहते हैं लेकिन पैनोरमा का संचालन ही नहीं हो रहा है। लम्बे इंतजार के बाद पैनोरमा का उद्घाटन तो हो गया लेकिन यह आज भी आमजन व पर्यटकों के लिए नहीं खुल पाया है। गौरतलब है कि एक माह पहले पैनोरमा का प्रवेश द्वार बारिश व आंधी में धराशायी हो गया था। Tejaji Panorama in Kharnal
खस्ताहाल पैनोरमा बयां कर रहा हालात
वर्ष 2003 से 2008 तक के कार्यकाल में पैनोरमा का निर्माण शुरू करवा चुकी भाजपा ने वर्ष 2013 में सत्ता में आने के बाद तीन साल तक यही ढोल पीटा कि कांग्रेस ने काम नहीं करवाया, लेकिन खुद भाजपा ने दूसरे कार्यकाल के पांच साल निकाल दिए। फरवरी में पेश किए गए वर्ष 2018-19 के बजट भाषण में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आगामी तीन माह में पैनोरमा आमजन के लिए खोलने की घोषणा की थी लेकिन सरकार बदल गई और नई सरकार के गठन को आठ माह होने के बाद भी पैनारमा नहीं खुल पाया। टूटा फर्श, दीवारों में दरारें, कंटीली झाडिय़ां, दरवाजों पर लगी दीमक, बदहाल शौचालय व प्लेटफॉर्म में दरारें लापरवाही की कहानी बयां कर रही है। Panorama in Nagaur
संचालन तो हो, विभाग बजट देने को तैयार
पैनोरमा के देखरेख व संचालन की जिम्मेदारी उपखंड स्तरीय पर्यटन विकास समिति की है। जब तक इसका संचालन नहीं होगा तक तब लोगों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। अगर किसी प्रकार का कार्य या मरम्मत आदि करवाए जाने की आवश्यकता है तो विभाग कार्य कराने और संचालन हेतु बजट देने के लिए तैयार है। जिम्मेदार अधिकारी संचालन की पहल करे।
टीकम चन्द बोहरा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राजस्थान धरोहर सरंक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण