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खींवसर का ‘गढ़’ जीतने के लिए मिर्धा व बेनीवाल लगा रहे दमखम

locationनागौरPublished: Oct 20, 2019 05:34:42 pm

Submitted by:

shyam choudhary

Mirdha and Beniwal are Emphasis to win, खींवसर विधानसभा उपचुनाव : मूण्डवा-खींवसर में पांच बार मिली कांग्रेस को जीत, पांच बार बेनीवाल परिवार का रहा प्रतिनिधित्व

Narayan beniwal and Harendra mirdha

Mirdha and Beniwal are Emphasis to win

Khinvasar Assembly By-election: नागौर. प्रदेश की हॉट सीट मानी जाने वाली खींवसर विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर को होने वाले उप चुनाव को लेकर भाजपा-रालोपा तथा कांग्रेस एडी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। पूरे प्रदेश की नजरें खींवसर के उप चुनाव पर टिकी हैं। पिछले 15 साल से बेनीवाल का गढ़ रही इस सीट पर रालोपा एक बार फिर भाजपा के सहयोग से अपना वर्चस्व कायम रखने की कोशिश में है, वहीं प्रदेश में सत्तारुढ़ कांग्रेस, बेनीवाल के किले को फतेह करने का पुरजोर प्रयास कर रही है।
वर्ष 2008 में परिसीमन के चलते खींवसर विधानसभा गठन से पहले यह क्षेत्र मूण्डवा विधानसभा क्षेत्र था, जो कांगे्रस का गढ़ माना जाता था।
भाजपा को दो बार मिली जीत
जिले में 1977 में मूण्डवा विधानसभा क्षेत्र का गठन किया गया। इस सीट से पहली बार रामदेव बेनीवाल कांग्रेस के टिकट पर विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे व दूसरी बार 1985 में वे लोकदल से विधायक चुने गए। यहां से 1980 में कांग्रेस से हरेन्द्र मिर्धा, 1990, 1993 व 1998 में कांग्रेस से हबीबुर्रहमान तथा 2003 में भाजपा से उषा पूनिया ने जीत दर्ज की। 1977 में मूण्डवा सीट पर पहली बार हुए चुनाव से लेकर 2008 में खींवसर विधानसभा का गठन होने के बाद से 2018 तक 10 चुनावों में पांच बार कांग्रेस, दो बार भाजपा, एक बार लोकदल, एक बार निर्दलीय व एक बार रालोपा को जीत मिली।
दोनों परिवारों की प्रतिष्ठा दांव पर
खींवसर विधानसभा सीट अस्तित्व में आने के बाद से लगातार तीन बार जीत दर्ज कर चुके हनुमान बेनीवाल के तिलिस्म को कोई नहीं तोड़ पाया है। बेनीवाल 2008 में भाजपा, 2013 में निर्दलीय व 2018 में रालोपा से विधायक चुने गए। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह चुनाव मिर्धा व बेनीवाल परिवार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। पारिवारिक दृष्टि से मूण्डवा-खींवसर सीट पर पांच बार बेनीवाल परिवार, एक-एक बार मिर्धा व पूनिया परिवार, तीन बार मुस्लिम का कब्जा रहा है। परिसीमन के बाद हरेन्द्र मिर्धा 1993 व 1998 में नागौर से विधायक चुने गए। इस बार हो रहे उप चुनाव में कांग्रेस से हरेन्द्र मिर्धा, भाजपा-रालोपा गठबंधन से नारायण बेनीवाल व निर्दलीय अंकुर शर्मा चुनाव मैदान में है।
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