घोषणा में ही चल रही किशनगढ़-परबतसर रेल सेवा
नागौरPublished: Sep 22, 2022 11:35:36 pm
-4 साल पहले किशनगढ़-परबतसर रेल सेवा की बजट में घोषणा हुई
- अभी लाइन का सर्वे तक नहीं हुआ
- 22 साल इंतजार के बाद शुरू हुई मकराना-परबतसर रेल सेवा 2 साल तक चलने के बाद फिर से बंद


परबतसर रेल्वे स्टेशन पर नई एलडी लाइट लगाने का कार्य।
परबतसर. नागौर जिले के अंतिम छोर पर बसे परबतसर शहर में रेल सेवा नहीं बढ़ी। चुनाव के समय सभी राजनेता केवल वोट बैंक के लिए ही यहां कि रेल सेवा को याद कर रहे, लेकिन वादों को धरातल पर लाने के कोई प्रयास नहीं कर रहे। 22 साल से बंद मकराना-परबतसर रेलवे सेवा काफी संघर्ष के बाद शुरू हो सकी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सीआर चौधरी एवं रेलवे राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने 19 जनवरी 2018 को हरि झंडी दिखाकर मकराना-परबतसर के बीच ब्रॉडगेज लाइन पर शटल रेल सेवा शुरू की। तब परबतसर वासियों ने रेल सेवा को किशनगढ़ तक बढ़ाने की मांग की, रेल बजट में 900 करोड़ रुपए की लागत से 45 किलोमीटर लम्बे रेल मार्ग किशनगंज परबतसर रेलवे ट्रैक की घोषणा की। लेकिन बजट की घोषणा के 4 साल बाद रेलवे लाइन का सर्वे तक नहीं हुआ। इधर, मकराना से परबतसर की ओर चलने वाली सवारी गाड़ी 22 साल बाद चली जो दो साल तक चलने के बाद कोरोना काल में 22 मार्च 2020 को बंद कर दी, जिसे अब फिर से शुरू नहीं कर रहे।