scriptसब्जियों के दाम बढ़ने से बिगड़ रहा रसोई का बजट | Kitchen budget is deteriorating due to increase in price of vegetables | Patrika News

सब्जियों के दाम बढ़ने से बिगड़ रहा रसोई का बजट

locationनागौरPublished: Oct 19, 2021 11:24:28 am

Submitted by:

shyam choudhary

टमाटर, गोभी व शिमला मिर्च के भाव आसमान छूने लगे- सब्जियों के दामों में लगातार तेजी का बड़ा कारण डीजल के दामों में इजाफा- बारिश भी एक कारण है, जिसके कारण सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं

Kitchen budget is deteriorating due to increase in the price of vegetables

Kitchen budget is deteriorating due to increase in the price of vegetables

नागौर. सब्जियों के भावों में पिछले कुछ दिनों से तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जिससे रसोई का बजट बिगड़ रहा है। आम आदमी की थाली से हरी सब्जियां गायब होने लगी हैं। भावों में एकदम से इतना उछाल आया है कि कम आय वाले परिवारों के लिए हरी सब्जी खरीदकर खाना मुश्किल हो रहा है। सब्जी मंडी एवं बाजार में स्थिति यह है कि कुछ दिन पहले तक 40 रुपए किलो मिलने वाली फूल गोभी अब 80 रुपए किलो मिल रहद्ध है। प्याज 40 तो शिमला मिर्च 80 से 120 रुपए किलो में पहुंच गई है। वहीं हरी धनिया 160 रुपए किलो में खरीदना पड़ रहा है।
जिले और उसके आसपास के जिलों से टमाटर की आवक सब्जी मंडी नहीं हो रही है। वर्तमान में मंडी के अंदर जो टमाटर आ रहा है, वह बाहर से आ रहा है। इस कारण से टमाटर के दामों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।सब्जी व्यापारियों के अनुसार सब्जियों के दाम बढऩे के मुख्य कारण स्थानीय और बाहरी क्षेत्र से शहर की सब्जी मंडी में हरी सब्जियों की आवक कम होना है। पिछले करीब दो सप्ताह में अधिकतर हरी सब्जियों के दाम दोगुने हो चुके हैं। टमाटर, शिमला मिर्च, हरी मिर्च, तुरई, पत्तागोभी, फूल गोभी के दामों में ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली है। दिवाली पर्व से पूर्व बढ़े सब्जियों के भाव ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है। सब्जी व्यापारियों ने बताया कि इस साल मंडी में स्थानीय और बाहरी किसानों द्वारा हरी सब्जियां कम लाई जा रही है। इस वजह से सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं।
समझ में नहीं आता क्या खरीदें
इस संबंध में उपभोक्ताओं का कहना है कि बाजार में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। समझ में नहीं आता क्या सब्जी खरीदें। आलू को छोडकऱ कोई भी सब्जी 40 रुपए प्रति किलो से नीचे नहीं है। पांच लोगों के परिवार में एक टाइम की सब्जी बनाने में कम से कम 100 रुपए खर्च हो रहे हैं। वहीं सब्जी विक्रेता रामनिवास ने बताया कि मंडी में थोक में ही बाहर से महंगी सब्जी खरीद रहे हैं।
डीजल के दामों में बढ़ोतरी भी बड़ा कारण
सब्जियों के दामों में लगातार हो रही तेजी का एक बड़ा कारण डीजल के दामों में बढ़ोतरी भी देखने को मिल रहा है। डीजल के दाम बढऩे से ट्रांसपोर्ट का खर्चा बढ़ जाता है और ये ही सब्जियों के दाम बढऩे का एक कारण है। साथ ही सितम्बर में हुई बारिश के कारण सब्जियां खराब हो गई। जिसके कारण सब्जियों के दाम बढ़ गए। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि देश के कई इलाकों में लगातार हो रही बारिश और बाढ़ के कारण सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं।
सब्जियों के दामों में हुई बढ़ोतरी
सब्जी – एक महीने पहले – अब
टमाटर – 40 – 80
आलू – 15 – 20
प्याज – 30 – 40
गोभी – 40 – 80
पत्ता गोभी – 20 – 40
शिमला मिर्च – 80 – 120
धनिया – 80 – 160
लौकी – 20 – 40
हरी मिर्च – 40 – 60
डेंगू ने बढ़ाए फलों के दाम
सब्जियों के साथ फलों के दाम भी बढ़ गए हैं। आम तौर पर इन दिनों सेब, पपीता, नारियल, अनार, मौसमी आदि के भाव आम आदमी की पहुंच वाले होते हैं, लेकिन इन दिनों जिले सहित प्रदेशभर में फैले डेंगू व वायरल बुखार के चलते फलों की मांग बढ़ गई है, ऐसे में भाव भी बढ़ गए हैं। 60-70 रुपए किलो बिकने वाली सेब इन दिनों 100 से 150 रुपए किलो बिक रही है। वहीं नारियल, कीवी, पपीता, मौसमी के भावों में भी बढ़ोतरी हुई है।
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