इस संबंध में उपभोक्ताओं का कहना है कि बाजार में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। समझ में नहीं आता क्या सब्जी खरीदें। आलू को छोडकऱ कोई भी सब्जी 40 रुपए प्रति किलो से नीचे नहीं है। पांच लोगों के परिवार में एक टाइम की सब्जी बनाने में कम से कम 100 रुपए खर्च हो रहे हैं। वहीं सब्जी विक्रेता रामनिवास ने बताया कि मंडी में थोक में ही बाहर से महंगी सब्जी खरीद रहे हैं।
सब्जियों के दामों में लगातार हो रही तेजी का एक बड़ा कारण डीजल के दामों में बढ़ोतरी भी देखने को मिल रहा है। डीजल के दाम बढऩे से ट्रांसपोर्ट का खर्चा बढ़ जाता है और ये ही सब्जियों के दाम बढऩे का एक कारण है। साथ ही सितम्बर में हुई बारिश के कारण सब्जियां खराब हो गई। जिसके कारण सब्जियों के दाम बढ़ गए। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि देश के कई इलाकों में लगातार हो रही बारिश और बाढ़ के कारण सब्जियों के दाम बढ़ रहे हैं।
सब्जी – एक महीने पहले – अब
टमाटर – 40 – 80
आलू – 15 – 20
प्याज – 30 – 40
गोभी – 40 – 80
पत्ता गोभी – 20 – 40
शिमला मिर्च – 80 – 120
धनिया – 80 – 160
लौकी – 20 – 40
हरी मिर्च – 40 – 60
सब्जियों के साथ फलों के दाम भी बढ़ गए हैं। आम तौर पर इन दिनों सेब, पपीता, नारियल, अनार, मौसमी आदि के भाव आम आदमी की पहुंच वाले होते हैं, लेकिन इन दिनों जिले सहित प्रदेशभर में फैले डेंगू व वायरल बुखार के चलते फलों की मांग बढ़ गई है, ऐसे में भाव भी बढ़ गए हैं। 60-70 रुपए किलो बिकने वाली सेब इन दिनों 100 से 150 रुपए किलो बिक रही है। वहीं नारियल, कीवी, पपीता, मौसमी के भावों में भी बढ़ोतरी हुई है।