नागौरPublished: Aug 30, 2021 11:14:39 pm
Sharad Shukla
Nagaur. बिजली की मांग में गत वर्ष की तुलना में 50-60 लाख अतिरिक्त यूनिट की खपत मांग बढ़ी, कृषि कनेक्शनों के अन्यत्र कार्यों में इस्तेमाल एवं चोरों की कारस्तानी से गड़बडय़ा गणित, डिस्कॉम ने चोरों को पकडऩे के लिए बनाई विशेष कार्ययोजना, 20 प्रतिशत से ज्यादा छीजत वाले क्षेत्रों को मिलेगी केवल 16 घंटे की बिजली, अब बिजली चोरी करेंगे तो फिर डिस्कॉम उस क्षेत्र में करेगा कटौती
Nagaur. Discom’s difficulty increased due to increase in power consumption
नागौर. कोटा में बिजली की चार यूनिटों के बन्द होने के बाद डिस्कॉम का फ्य़ूज उड़ गया है। इसकी वजह से मांग के अनुरूप बिजली नहीं मिल पा रही है। इधर बिजली चोरों ने पहले से ही हालत बिगाड़ कर रख दी है। ऐसे में गर्मी के साथ ही बारिश की कमी के कारण बिजली की मांग जिले में करीब 140-150 लाख यूनिट तक बढ़ गई है। जबकि बिजली केवल 130-135 लाख यूनिट ही मिल रही है। ऐसे में ज्यादा खपत और अपर्याप्त बिजली मिलने से अब अधिकारी कटौतियां कर जैसे-तैसे जुगाड़ कर काम चला रहे हैं। इसमे भी सर्वाधिक छीजत वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर कटौतियां शुरू कर दी गई हैं। डिस्कॉम के अधिकारियों का कहना है कि समझाइश के बाद भी कृषि कनेक्शनों का नियमो के खिलाफ इस्तेमाल व बिजली चोरो के चलते व्यवस्थाएं प्रभावित नही होने दी जाएगी। इनके खिलाफ भी लगातार अभियान चलेगा।
बिजली की यूनिटें बंद होने का समूचे प्रदेश के साथ ही जिले की आपूर्ति पर भी खासा असर पड़ा है। जिले मे खीवसर और मेडता ब्लॉक मे सबसे ज्यादा कृषि लोड बढ गया है। विशेषकर कृषि लोड 53 प्रतिशत एवं घरेलू में 20-30 प्रतिशत बढ़ गया है। बदले हालात में बिजली आपूर्ति व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए 20 प्रतिशत से ज्यादा छीजत वाले क्षेत्रों को चिंहित कर दो से तीन घंटे की कटौती करने की योजना पर विभाग ने काम भी शुरू कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि चोरी करने वालों को इसका भुगतान तो करना ही पड़ेगा। ऐसे क्षेत्रों में केवल 16 घंटे की बिजली आपूर्ति ही की जाएगी।
एक नजर इस पर
कुल उपभोक्ता-6 लाख 75 हजार
बिजली की वर्तमान खपत मांग-140-150 लाख यूनिट
वर्तमान में मिल रही बिजली-130-135 लाख यूनिट
पिछले वर्ष इस माह में खपत होती थी-90 लाख यूनिट
गत वर्ष की तुलना में 60 लाख यूनिट ज्यादा की मांग
डिस्कॉम के अनुसार पिछले वर्ष इस माह तक महज 90 लाख यूनिट की आपूर्ति ही जिले में की जा रही थी, लेकिन इस बार बारिश की कमी ने हालत बिगाडकऱ रख दी है। गत वर्ष अब तक घरों में कूलर एवं एसी आदि बंद हो गए थे, लेकिन इस बार ऐसा बिलकुल नहीं रहा है। कृषि कनेक्शनों को भी कृषि के साथ ही अन्यत्र कार्यों में प्रयोग से खपत मांग में पिछले साल की अपेक्षा 60 लाख यूनिट की बढ़ोत्तरी हो गई है। रही-सही कसर कोटा में बंद हुई यूनिटों से हो गई। इससे हालात बेहद कठिन हो गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि हालात को सुव्यवस्थित करने के लिए आम जन को भी सहयोग करना शुरू कर दे तो फिर निश्चित रूप से स्थिति में सुधार हो सकता है। हालांकि विभाग की ओर से बिजली चोरों पर लगाम कसने के लिए एक विशेष कार्ययोजना भी तैयार की है। इसके तहत जिला एवं जोनवार गठित को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैंं।
इनका कहना है…
बारिश की कमी के चलते इस बार जिले के उपभोक्ताओं में बिजली खपत की मांग डेढ से दोगुना बढ़ गई है। स्थिति को सुव्यवस्थित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। बिजली चोरों पर लगाम कसने के लिए विशेष कार्ययोजना के तहत काम शुरू कर दिया गया है।
आर. बी. सिंह, अधीक्षण अभियंता अजमेर-नागौर डिस्कॉम