उधर, हत्या के इस प्रकरण में रोल थानाधिकारी की भूमिका संदिग्ध होने के बावजूद विभाग द्वारा तीन दिन बाद भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। जानकारी के अनुसार दो दिन पहले विवाहिता ज्योति के साथ लिव इन रिलेशन में रहने वाले रोल निवासी युवक इंद्रचंद के साथ विवाहिता के पति व अन्य साथियों द्वारा संगीन मारपीट की गई।
उसके कारण इंद्रचंद की मौत हो गई। घटना के बाद लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाली विवाहिता अपनी बहन के यहां कुचामन रहने चली गई थी, लेकिन बहन की पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वहां भी नहीं रह पाई तो वापस रोल अपने पति के घर लौटी। पति के घर ताला लगा हुआ था और प्रेमी के घर भी जा नहीं सकती थी। हार कर रोल स्थित पीर पहाड़ी पर चली गई और वहां बने झालरा कुंड में कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया, लेकिन पास में ही पानी भरने का कार्य कर रहे रामजीवन भाटी ने उसे बचा लिया।
डॉक्टर के अनुसार विवाहिता की स्थिति अब खतरे से बाहर है।्र विवािहता ने बताया कि उसने पुलिस से निराश होकर आत्महत्या का प्रयास किया है। वह नागौर हाउसिंग बोर्ड में किराये के मकान में रहती थी। घटना के बाद मकान मालिक ने उसे मकान खाली करने का बोल दिया। इस पर वह रोल आई तो पति के मकान पर ताला लगा हुआ मिला। ऐसे में उसके लिए रहने का कोई ठिकाना नहीं है। इसके चलते उसने परेशानी में आत्महत्या का कदम उठाया। विवाहिता ने बताया कि यदि पुलिस उसे सुरक्षा प्रदान करे तो वह अपने पति के घर में रहना चाहती है।
आरोपी चार दिन के रिमांड पर : इधर, कोतवाली थाना पुलिस द्वारा इंद्रचंद की हत्या के आरोप में गिरफ्तार तीनों आरोपियों को बुधवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर मांगा। न्यायालय ने तीनों को चार दिन के रिमांड पर सौंप दिया।
चिकित्सकों के अनुसार आत्महत्या का प्रयास करने वाली महिला अब खतरे से बाहर है। महिला ने बताया कि उसकी छोटी बहन आ रही, जिसके साथ वो चली जाएगी।
गणेशराम मीणा,
थानाधिकारी, रोल