मेड़ता में डंपिंग यार्ड नहीं होने के कारण लम्बे समय से शहर के कचरे को रावण मेला मैदान चूंदिया रोड पर अग्रवाल कॉलेज के पीछे डाला जाता था। शहर में स्थाई डंपिंग यार्ड नहीं होने के कारण चूंदिया रोड, ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में सड़क किनारे कचरा संग्रहित करना पड़ता था। लेकिन अब स्वच्छता अभियान के तहत नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों पर ठोस कचरा प्रबंधन को लेकर सूखे तथा गीले कचरे के डंपिंग को लेकर जैतारण मार्ग पर खाली सरकारी जमीन जिला कलक्टर ने नगरपालिका को आवंटित की है। जहां पर शीघ्र ही बाड़बंदी करवाकर आधुनिक डंपिंग यार्ड बनवाया जाएगा। पालिका ईओ जितेन्द्र भाटी ने बताया कि डीएलवी की ओर से 18 से 20 दिसम्बर तक प्रदेश की स्वच्छता के लिहाज से प्रथम रही डूंगरपुर नगरपालिका में हुए कार्यशाला में स्वच्छता कार्यो को लेकर के किए गए मंथन के बाद मेड़ता में भी इसकी तर्ज पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।
बनेगी खाद, रिकवर होगा मैटेरियल
गीले कचरे के प्लांट में आधुनिक मशीन लगाई जाएगी। जिससे कचरे का खाद बनेगा। खाद से नगरपालिका की आय बढ़ेगी। इसी तरह सूखे कचरे का अलग से प्लांट लगेगा। जिसमे कचरे के साथ आने वाले लोह, प्लास्टिक मैटेरियल रिकवर करने के लिए शहर में कचरे में से प्लास्टिक इत्यादि बीनने वालों को लगाया जाएगा। जिससे कचरा एकत्रित कर जीवन व्यापन करने वाले लोगों को भी पालिका की ओर से रोजगार मिले सकेगा।
ऑटो टीपर में होंगे दो भाग
घर-घर कचरा एकत्रित करने वाले ऑटो टीपर की बॉडी में दो अलग-अलग पार्ट बनाए जाएंगे। जिसमें आगे के पार्ट पर गीले कचरा के लिए हरा रंग होगा तथा पीछे के पार्ट पर सूखे कचरे के लिए पीला रंग होगा। जिसमें एक नगरपालिका का कर्मचारी घर, दुकान व प्रतिष्ठानों से डोर-टू-डोर कचरा एकत्रित किए जाने के दौरान अलग-अलग भाग में गीला व सूखा कचरा लेकर डंपिंग यार्ड में पहुंचाएगा।
जमीन मिलने पर शुरू होगा काम
कचरा निस्तारण के लिए जिला कलक्टर को पत्र लिखा था। जिस पर कलक्टर ने जमीन को लेकर उपखण्ड अधिकारी को आदेश दिए थे। जिला कलक्टर ने जमीन आवंटित कर दी है। आवंटित जमीन तहसीलदार के सुपुर्द कर देने के बाद यहां सूखा, गीला कचरा लेकर डंपिंग का काम शुरू होगा।
– जितेन्द्र भाटी, अधिशासी अधिकारी, नगरपालिका, मेड़ता सिटी।