नागौर

पर्यावरण संरक्षण के लिए लगाए पौधे, वन्यजीवों को जंगल में छोड़ा

पौधे संरक्षण का संकल्प दिलाया, अधिकाधिक पौधे लगाने का आह्वान, विश्व पर्यावरण दिवस पर हुए विभिन्न कार्यक्रम

नागौरJun 05, 2020 / 10:45 pm

Jitesh kumar Rawal

नागौर. विश्व पर्यावरण दिवस पर हरिणों को जंगल में छोड़ते जिला कलक्टर।

नागौर. विश्व पर्यावरण दिवस पर शुक्रवार को विभिन्न कार्यक्रम हुए। कई संगठनों ने पौधे लगाए तथा सार-संंभाल करने का संकल्प लिया। जिला मुख्यालय पर रेस्क्यू सेंटर से वन्यजीवों को जंगल में स्वच्छंद खेलने के लिए मुक्त किया गया।
शहर में वन विभाग की ओर से हुए कार्यक्रम में जिला कलक्टर दिनेशकुमार यादव ने कहा कि पेड़ों को बचाकर हम पर्यावरण को सुरक्षित रख सकते हैं। अधिकाधिक संख्या में पेड़ लगाने एवं पर्यावरण संरक्षण का आह्वान किया। इसके बाद गोगेलाव मार्ग स्थित रेस्क्सू सेंटर में उपचाररत वन्यजीवों को जंगल में छोड़ा गया। ये वन्यजीव हादसों में घायल हो गए थे, जिनको उपचार के बाद ठीक किया गया। जंगल में विचरण लायक होने से इनको मुक्त कर दिया गया। राजस्थान प्रदेश सफाई मजदूर संघ की ओर से वाल्मीकि श्मशान घाट में पौधे लगाए गए। परिंडों में पानी डाला एवं हरियाली बचाने का संकल्प लिया गया। जिलाध्यक्ष रतनलाल बारासा, उपाध्यक्ष महेंद्र बारासा, महासचिव करणीदास जावा, चंद्रनाथबाबा, पार्षद हरिभजन जावा, बिमलेश खींची, मुकेश जावा मौजूद रहे।
पेड़ लगाए व सत्संग किया
भागवत सेवा प्रकल्प ट्रस्ट ने कथा वाचिका देवी ममता के सान्निध्य में पर्यावरण दिवस व कबीर दास की 643 वीं जयंती मनाई। कथा प्रभारी हरेंन्द्र गोड़ ने बताया कि देवी ममता ने धार्मिक एकता के प्रतीक संत कबीर दास को पुष्पांजलि अर्पित की। उनकी जीवनी पर प्रकाश डाला एवं आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य मेें पौधे लगाए गए तथा पेड़ों की सिंचाई की। तुलसी के 11 पौधे वितरित किए। खेतों में खेजड़ी के पेड़ों को बचाने के लिए पेड़ नहीं काटने का संदेश देने वाली तख्तियां लगाई। कंचन पंचारिया, श्रवण बिश्नोई, रमेश बिश्नोई, राजू काला, रामचंद्र ज्याणी, डुंगर राम राड़, मगनाराम सियाग उपस्थित थे।
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