पूर्व में भी कराया था पुलिस में झूठा मामला दर्ज
एलएचवी कीर्ति शर्मा ने 2011 में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आशा सहयोगिनियों के बीच भी मारपीट का मामला हुआ था। इसको लेकर भी एलएचवी ने दबंगई दिखाते हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व आशा सहयोगिनियों पर पुलिस में झूठा मामला दर्ज करवाया था। लेकिन सितम्बर 2018 में कोर्ट का फैसला आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पक्ष में ही आया है।
इनका कहना है
एलएचवी और चिकित्सकों के बीच के विवाद को लेकर दोनों चिकित्सकों को नागौर बुलाया गया, लेकिन आए नहीं। एलएचवी के पास कोर्ट का स्थगन आदेश होने से उसे हटा नहीं सकते हैं। कोर्ट की अवमानना होती है जो कि नियम विरुद्ध है।
डॉ. सुकुमार कश्यप सीएमएचओ नागौर।
ग्रामीणो द्वारा बार-बार शिकायत मिल रही थी कि डीलीवरी करवाने के लिए पैसों की मांग करती है नहीं देने पर डिलीवरी नहीं करवाती है। ग्रामीणों की शिकायत पर समझाइश करने पर हमारे साथ भी गाली गलौच करने व झूठे मामले में फंसाने की धमकी देती है। सर्वे में भी उसको लगया गया, लेकिन उन्होंने कहा आप आदेश देने वाले कौन होते हो। इस मामले को लेकर उसको एपीओ किया गया है।
डॉ. अनिल कुमार मीणा चिकित्साप्रभारी पादूकलां