वहीं दूसरी तरफ जिले में टिड्डी के सर्वेक्षण, प्रकोप एवं नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्य की समीक्षा बैठक शुक्रवार को कृषि विभाग सीखर खंड के संयुक्त निदेशक प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में नागौर जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय में हुई। बैठक में उपनिदेशक हरजीराम चौधरी, टिड्डी नियंत्रण मण्डल नागौर के प्रभारी ओमप्रकाश, कृषि विज्ञान केन्द्र अठियासन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अर्जूनसिह जाट, मोलासर केवीके के अध्यक्ष डॉ. गोपीचन्द सिंह, सहायक निदेशक कृषि (मुख्यालय) पन्नालाल जाट, सहायक निदेशक कृषि कुचामनसिटी रेखा कुमारी सहित जिला व उप जिला स्तरीय अधिकारीयों व कार्मिकों ने भाग लिया।
उपनिदेशक चौधरी ने जिले में अब तक हुए 34 टिड्डी दलों के आक्रमण एवं उनके समय रहते किए गए नियंत्रण के बारें में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कृषि अधिकारी (पौध संरक्षण) शंकरराम सियाक ने इन टिड्डी दलों के प्रभावी नियंत्रण में सही समय पर और सटीक सर्वेक्षण की महता के साथ-साथ सर्वेक्षण के दौरान काम आने वाले संसाधनों की तैयारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शाम को टिड्डी दल के पड़ाव स्थल को चिह्नित करके रात्रि 11 बजे से सुबह 7 बजे तक कीटनाशी दवा का छिडक़ाव करके नियंत्रण का कार्य किया जाता है। किसानों के लिए टिड्डी प्रकोप किसी महामारी से कम नहीं है।
संयुक्त निदेशक प्रमोद कुमार ने कहा कि व्यापक मुहिम चलाकर टिड्डी नियंत्रण का कार्य किया जाए। आने वाले समय में खेतों में फसलों की बुआई के साथ-साथ यह एक गम्भीर समस्या होगी। इसलिए यह जरूरी है कि टिड्डी सर्वेक्षण, निगरानी एवं नियंत्रण के कार्य में जनसहभागिता हो।
उपनिदेशक चौधरी ने जिले में अब तक हुए 34 टिड्डी दलों के आक्रमण एवं उनके समय रहते किए गए नियंत्रण के बारें में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कृषि अधिकारी (पौध संरक्षण) शंकरराम सियाक ने इन टिड्डी दलों के प्रभावी नियंत्रण में सही समय पर और सटीक सर्वेक्षण की महता के साथ-साथ सर्वेक्षण के दौरान काम आने वाले संसाधनों की तैयारी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शाम को टिड्डी दल के पड़ाव स्थल को चिह्नित करके रात्रि 11 बजे से सुबह 7 बजे तक कीटनाशी दवा का छिडक़ाव करके नियंत्रण का कार्य किया जाता है। किसानों के लिए टिड्डी प्रकोप किसी महामारी से कम नहीं है।
संयुक्त निदेशक प्रमोद कुमार ने कहा कि व्यापक मुहिम चलाकर टिड्डी नियंत्रण का कार्य किया जाए। आने वाले समय में खेतों में फसलों की बुआई के साथ-साथ यह एक गम्भीर समस्या होगी। इसलिए यह जरूरी है कि टिड्डी सर्वेक्षण, निगरानी एवं नियंत्रण के कार्य में जनसहभागिता हो।
विधायक इन्द्रादेवी बावरी व अधिकारियों ने लिया जायजा
लाम्बा जाटान के क्षेत्र के कई गांवों में टिड्डी दल आने से किसानों को चिंता सताने लग गई है। शुक्रवार शाम को लाम्बा जाटान के सरहद में टिड्डी दल के पड़ाव को लेकर जायजा लेने के लिए शनिवार को विधायक इंद्रादेवी बावरी, कृषि विभाग के पुष्पेन्द्रसिंह नाथुराम मंगाराम, खैरवा पटवारी भवानीसिंह, चेनाराम इनाणियां सहित काफी संख्या में अधिकारी व ग्रामीण पहुंचे। लाम्बा जाटान के क्षेत्र के खेतों में जाकर टिड्डी दल द्वारा पहुंचाए गए नुकसान का जायजा लिया।
लाम्बा जाटान के क्षेत्र के कई गांवों में टिड्डी दल आने से किसानों को चिंता सताने लग गई है। शुक्रवार शाम को लाम्बा जाटान के सरहद में टिड्डी दल के पड़ाव को लेकर जायजा लेने के लिए शनिवार को विधायक इंद्रादेवी बावरी, कृषि विभाग के पुष्पेन्द्रसिंह नाथुराम मंगाराम, खैरवा पटवारी भवानीसिंह, चेनाराम इनाणियां सहित काफी संख्या में अधिकारी व ग्रामीण पहुंचे। लाम्बा जाटान के क्षेत्र के खेतों में जाकर टिड्डी दल द्वारा पहुंचाए गए नुकसान का जायजा लिया।
जानकारी अननुसार यह पिछले तीन माह में पांचवीं बार टिड्डी ने हमला किया है। विधायक इन्द्रा देवी बावरी ने कहा कि टिड्डियों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने से हुए नुकसान के बारे में सरकार को अवगत करवाया जाएगा तथा किसानों को मुआवजा दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा। टिड्डियों के हमले से किसानों को काफी नुकसान हो रहा है तथा सम्बंधित विभाग द्वारा ऑपरेशन चलाकर टिड्डियों को खत्म किया जा रहा है। क्षेत्र में सर्वे करवाकर किसानों के फसलों को हुए नुकसान के बारे में सरकार को अवगत करवाया जाएगा। किसानों ने भी जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से टिड्डी दल के हमले से हुए नुकसान के बारे में जानकारी देते हुए उचित मुआवजा दिलाने की मांग की।
जानकारी के अनुसार लाम्बा जाटान सहित कई गांवों में शुक्रवार रात्रि में आए टिड्डी दल ने लाम्बा जाटान सरहद में पड़ाव डाला। जिस पर टिड्डी दल नियंत्रण की टीम रात को ही लाम्बा जाटान क्षेत्र में पहुंचकर दवा का स्प्रे कर चार हजार हैक्टर में 30 फीसदी टिड्डियों को मारा।
जानकारी के अनुसार लाम्बा जाटान सहित कई गांवों में शुक्रवार रात्रि में आए टिड्डी दल ने लाम्बा जाटान सरहद में पड़ाव डाला। जिस पर टिड्डी दल नियंत्रण की टीम रात को ही लाम्बा जाटान क्षेत्र में पहुंचकर दवा का स्प्रे कर चार हजार हैक्टर में 30 फीसदी टिड्डियों को मारा।