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देखो लीला अपरंपार….मार्ग को समतल करने के बजाय खुदवाए जा रहे हैं गड्ढे

locationनागौरPublished: Aug 21, 2019 11:38:50 am

Submitted by:

Sandeep Pandey

चौसला. राजपूत श्मशान भूमि से होकर यादवों की ढाणी व खेतों में जाने वाले अस्थाई मार्ग में बारिश से हुए गड्ढों को ग्राम पंचायत भरवाने के बजाय मनरेगा श्रमिकों से ओर गहरे खुदवाना शुरु कर दिया है।

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बारिश से हुए गड्ढों को ग्राम पंचायत भरवाने के बजाय मनरेगा श्रमिकों से ओर गहरे खुदवाना शुरु कर दिया है।

चौसला. राजपूत श्मशान भूमि से होकर यादवों की ढाणी व खेतों में जाने वाले अस्थाई मार्ग में बारिश से हुए गड्ढों को ग्राम पंचायत भरवाने के बजाय मनरेगा श्रमिकों से ओर गहरे खुदवाना शुरु कर दिया है। बारिश से हुए गहरे गड्ढों से किसानों को पहले ही आवाजाही में परेशानी हो रही थी अब ग्राम पंचायत रास्ता ही बंद करने पर उतारू हो गई है। इससे ढाणी जाने वाले लोगों के साथ-साथ किसान व उनके पशुओं को खेतों में ले जाने के लिए एक किलोमीटर का चक्कर लगाकर जाना पड़ेगा। इस रास्ते से किसान ओर ढाणी के लोग दो-चार साल से नहीं बल्कि सैकड़ों सालों से आवाजाही करते आ रहे हैं। यह रास्ता सभी समाज व राजपूत श्मशान भूमि से होकर कुणी मुख्य सडक़ की ओर गुजरता है। कुछ दिनों पहले ग्रामीणों ने जेसीबी मशीन से सभी समाज केश्मशान स्थलों से कंटीली झाडिय़ां काटकर समतल किया था जिसमें ग्राम पंचायत गहरी खाई खुदवाने का काम शुरू कर दिया है। इससे सैकड़ों किसान व ढाणी में आने-जाने वालों लोग नाराज है। लोगों का कहना है कि कुणी सडक़ से सभी समाज के शमशान स्थलों तक बारिश से जगह-जगह गहरे गड्ढ़े हो गए है। इससे आने जाने में सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं और छोटे बच्चों को होती है। बारिश का दौर चलते समय तो इस रास्ते से आना-जाना खतरे से खाली नहीं है। ग्राम पंचायत ने ऐसे उबड़-खाबड़ मार्ग को दुरुस्त करवाना चाहिए।

तालाब की पाल पर पड़े नाले जहां मनरेगा का कार्य चल रहा है वहां तालाब की पाल पर बारिश के बहाव से गहरे नाले पड़ गए है। करीब 15 दिन पहले नाले में गाय गिर जाने से मौत हो गई थी। जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले ग्राम पंचायत ने मनरेगा श्रमिकों से तालाब खुदाई के दौरान पाल पर मिट्टी का गोला बनाया था जिस पर बारिश के बहाव से गहरे नाले पड़ गए। मनरेगा श्रमिकों से ऐसे कार्य को करवाना चाहिए। जिससे तालाब की पाल भी दुरुस्त हो जाएगी और पशु भी बेमौत नहीं मरेंगे।

चारदीवारी निर्माण में छोड़ा रास्ता
सभी समाज के श्मशान स्थलों के पास शिव गोशाला की चारदीवारी निर्माण में यादवों की ढाणी व खेतों में जाने के लिए ग्रामीणों ने निर्माण के दौरान रास्ता छोड़ रखा है। इसके बावजूद ग्राम पंचायत मनरेगा श्रमिकों से रास्ते को दुरुस्त करवाने के बजाय गहरे गड्ढे खुदवाने का काम शुरू कर दिया है। ग्राम पंचायत प्रशासन ग्रामीणों की समस्या का समाधान करती है। मगर यहां समस्या का समाधान नहीं बल्कि बढ़ाने का काम किया जा रहा है।

इनका कहना है

श्मशान भूमि में कच्ची चारदीवारी बनवाने के बाद समतलीकरण करवाया जाएगा यह केन्द्र सरकार के आदेश है।
मनोज कुमार यादव, ग्राम विकास अधिकारी चौसला

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