Nagaur खंबा फाडकऱ प्रगट हुए नृसिंह भगवान ने किया हिरण्यकश्यप का वध
-नगरसेठ बंशीवाला मंदिर में रम्मत का हुआ मुख्य कार्यक्रम
नृसिंह जयंती पर विभिन्न मंदिरो से रम्मत करते निकले नृसिंह भगवान
-बंशीवाला मंदिर की 12 बारियों मे की रम्मत
-नगाड़े व झालर के साथ रम्मत करते लौटे अपने -अपने मंदिरो मे
-बंशीवाला मे नृसिंह की रम्मत देखने दोपहर से ही डटे रहे श्रद्धांलू
-नृसिंह की रम्मत के दौरान उत्स्व स्थापना दिवस से ही हिरणयकश्यप (मलूका ) बनता आ रहा है रहा सेन परिवार
नागौर
Published: May 14, 2022 10:46:20 pm
नागौर. भगवान नृसिंह की जयंती शनिवार को धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर शहर के विभिन्न मंदिरों से कीर्तन के साथ रम्मत करते हुए भगवान नृसिंह दोपहर में बंशीवाला पहुंचे। यहां मंदिर की 12 बारियों में नृसिंह भगवान ने रम्मत की। मार्गों में झालर व नगाड़े की धुन के साथ रम्मत करते हुए पहुंचते नृसिंह भगवान को देखने एवं इनसे आशीर्वाद लेने की श्रद्धालुओं में होड़ रही। मुख्य कार्यक्रम में शाम को नगरसेठ बंशीवाला मंदिर में हुआ। यहां नृसिंह भगवान रम्मत करते हुए निकले मलूका गायब हो गए। रम्मत करते हुए भगवान नृसिंह ने भक्त प्रहलाद को गोद में उठाकर अभयदान दिया तो श्रद्धालुओं ने नृसिंह भगवान के जयकारों के साथ उनका वंदन किया। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर खचाखच भरा रहा।
नृसिंह भगवान की जयंती के अवसर शहर के मंदिरों में मुंदल माता मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर गूंगसा गली, सत्यनारायण मंदिर, पीपली गली स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर, किशनबाग मंदिर, मूथा की बारी स्थित गणेश मंदिर आदि से भगवान नृसिंह रम्मत करते हुए नगरसेठ बंशीवाला मंदिर पहुंचे। रास्तों में कई जगहों पर रुक-रुककर नृसिंह भगवान रम्मत करते करते रहे। इस दौरान साथ चल रहे श्रद्धालू नृसिंह भगवान के जयकारे लगाते रहे। बंशीवाला में पहुंचने के बाद भगवान नृसिंह ने पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे एवं पांचवी बारी के साथ क्रमश: लगातार 12वीं बारी तक रम्मत करते रहे। रम्मत के दौरान बच्चों एवं महिलाओं में भगवान नृसिंह का आशीर्वाद पाने के लिए उनमें परस्पर होड़ लगी रही। दोपहर में ही मंदिर स्थिति यह रही कि पूरे परिसर में चारों ओर श्रद्धालुओं का हुजूम नजर आया। इससे बंशीवाला मंदिर के आसपास के क्षेत्रों के मार्ग पूरे दिन भीड़ से भरे नजर आए। इसके पूर्व नगरसेठ बंशीवाला में हुए मुख्य रम्मत के कार्यक्रम को देखने के लिए लोग सुबह नौ बजे से ही मंदिर परिसर में पहुंचने लगे। दोपहर तक भीषण गर्मी के बीच भी श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब 45 डिग्री के तापमान पर भारी नजर आया।
सिंह की गर्जन के साथ प्रगट हुए नृसिंह भगवान
नगरसेठ बंशीवाला मंदिर में मुख्य उत्सव कार्यक्रम में भगवान नृसिंह की रम्मत देखने के लिए शहर एवं आसपास के लोगों का हुजूम उमड़ा। मंदिर में सुबह करीब छह बजे नृसिंह भगवान के अर्चन के साथ मंदिर के शिखर पर ध्वजा चढ़ाई की गई। शाम को नृसिंह भगवान निज मंदिर से रम्मत करते हुए चौक में परिसर में निकले। भगवान को देखते ही इधर-उधर हिरण्यकश्यप यानी की मलूका गायब हो गए। भगवान नृसिंह रम्मत करते हुए श्रद्धालुओं के जयघोषों के साथ झालर आदि की धुन पर बारियों में पहुंचे। प्रतीकात्मक तौर पर खंबा फाडकऱ निकले नृसिंह भगवान ने हिरण्यकश्यप का पेट फाड़ते हुए सिंह की गर्जन के साथ उसका वध किया। इसके बाद हर्ष की मुद्रा में भक्त प्रहलाद को गोद में उठाकर स्पर्श कर आशीर्वाद दिया। तत्पश्चात मंदिर की बारियों में करीब एक घंटे तक रम्मत करते रहे। रम्मत के दौरान भगवान के जयघोषों के साथ श्रद्धालू वंदन भी करते रहे। इस मौके पर मंदिर परिसर पूरा भरा नजर आया। स्थिति यह रही कि मुख्य गेट से लेकर पूरे मंदिर परिसर में हर ओर केवल श्रद्धाअुओं का सैलाब ही नजर आ रहा था। नृसिंह भगवान की रम्मत के लिए इस बार के. डी. जोशी को चुना गया था।
उत्सव दिवस से ही सेन परिवार में से बनते रहे मलूका
बंशीवाला मंदिर में परंपरागत तौर पर नृसिंह भगवान की रम्मत के दौरान नंदकिशोर सेन इस बार मलूका बने। नंदकिशोर ने बताया कि उत्सव के स्थापना दिवस यानी की प्रारंभिक समय से ही उनके परिवार में से ही मलूका बनने की परंपरा रही है। उनके पूर्वजों में दादा, परदादादा आदि भी मलूका बनते रहे। अब वर्तमान में पीढ़ी में अपने परिवार की ओर से वह मलूका की भूमिका हर जयंती उत्सव पर बंशीवाला मंदिर में मुख्य कार्यक्रम के दौरान निभाते चले आ रहे हैं।
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