नागौरPublished: Sep 20, 2021 09:00:42 pm
Sharad Shukla
Nagaur. बुधादित्य योग में किया पूजन, मंत्रों जाप के साथ परिवार में बांधे गए अनंत रक्षासूत्र
Anant Chaturdashi was celebrated with pomp on Sunday. Lord Vishnu was worshiped methodically.
नागौर. अनंत चतुदर्शी रविवार को धूमधाम से मनाई गई। भगवान विष्णु का अर्चन विधिपूर्वक किया गया। दिन भर उपवास रखने के साथ विष्णु सहस्त्रनाम एवं विष्णु चालीसा का पाठ किया गया। इसके पश्चात महिलाओं एवं पुरुषों ने अनंत रक्षासूत्र बांधा। इस बार की अनंत चौदस भक्तों के लिए और भी मंगलकारी रही। ज्योतिषविदों के अनुसार इस बार अनंत चौदस के दिन मंगल, बुध और सूर्य तीनों ही कन्या राशि में विराजमान होने के कारण बुधादित्य योग का निर्माण हुआ था। इस योग में पूजा अर्चना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इसको ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं ने सुबह से ही उपवास रखा। सुबह स्नान आदि के बाद पूजा स्थल पर कलश स्थापित करने के साथ पर भगवान विष्णु की तस्वीर भी स्थापित की गई। इसके बाद धागे पर कुमकुम, केसर और हल्दी से रंगकर उसमें चौदह गांठे बांधकर अनंत सूत्र बनाया गया। तत्पश्चात अब इस अनंत सूत्र को भगवान विष्णु के समक्ष रखकर सूत्र का अर्चन किया गया। इस दौरान ‘अनंत संसार महासुमद्रे मग्रं समभ्युद्धर वासुदेव। अनंतरूपे विनियोजयस्व ह्रानंतसूत्राय नमो नमस्ते। इन मंत्रों के जाप के साथ के साथ ही पूजन पूर्ण हो जाने के बाद अनंत सूत्र को बांधा गया।
ब्रह्मचर्य उत्तम धर्म की मंदिरों में हुई विशेष पूजा
नागौर. दशलक्षण पर्व के तहत रविवार की शाम तेरापंथी दिगम्बर जैन मंदिर में पहला कलश लेने का सौभाग्य नेमीचन्द , दूसरा कलश ताराचंद को मिला। माल की बोली लेने का सौभाग्य धीरज कुमार, लोकेश कुमार मच्छी को मिला। माल की बोलीधारी को उनके घर पहुंचाया गया। इसके पूर्व नकाश गेट स्थित नसिया में भगवान की शांतिधारा करने का सौभाग्य गोपाल बडज़ात्या को मिला। इसके बाद सभी दिगम्बर जैन मंदिरों में ब्रह्राचर्य उत्तम धर्म की विशेष पूजा की गई। इस मौके पर नथमल जैन ने कहा कि आत्मरण आत्मलीनता और आत्म चरिया में जीना ही ब्रह्राचर्य है। सकल दिगम्बर जैन समाज की ओर से शनिवार को देर रात चांदी का बाड़ा, मंडियों की गली में भजन संध्या का आयोजन किया गया। इसमें भजनों की प्रस्तुतियां दी गई।