नाम मात्र को मिल रहा लाभ
पांचौड़ी पंचायत समिति की बड़ी ग्राम पंचायत है, लेकिन यहां घरेलू सप्लाई के लिए केवल मुख्य आबादी को ही लाभ मिल रहा है बाकि 50 प्रतिशत घरों में कृषि के साथ विद्युत सप्लाई मिल रही है। कई बार निगम के अधिकारियों को अवगत करवाने के बाद भी वो कोई ध्यान नहीं दे रहे है ऐसे में नाम मात्र की बिजली मिल पा रही है।
देवाराम सुथार, सरपंच पांचौड़ी
अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
आधे गांव में घरेलू फीडर है और आधी आबादी कृषि सप्लाई के साथ जुड़ी हुई है। कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। आधी आबादी को सिंधिपुरा की कृषि विद्युत सप्लाई के साथ जोड़ देने से ग्रामीणों को पूरी बिजली नहीं मिल पा रही है।
चन्दाराम जाखड़, सरपंच करणू
केवल यहां घरेलू फीडर
खींवसर बिरलोका भावण्डा पांचलासिद्धा धारणावास सैनिक नगर बरबटा मगराबास कुड़छी बैराथलकलां ईसरनावड़ा भेड़
दर्जन भर गांवों में हंै अलग फीडर
सरकार की गाइड लाइन के अनुसार वर्ष 2011 में चार हजार की आबादी वाले गांवों में ही घरेलू सप्लाई के फीडर अलग से बनाने के निर्देश हैं। ऐसे में उपखण्ड क्षेत्र के दर्जनभर गांवों में ही अलग से फीडर बने हुए है। शेष में घरेलू बिजली के साथ ही कृषि बिजली की सप्लाई हो रही है। पूर्व में हुए फीडर सुधार कार्यक्रम की मुझे जानकारी नहीं है।
सुरेन्द्र लोमरोड़, सहायक अभियन्ता विद्युत निगम खींवसर