आचार्य नित्यानंद सूरीश्वर
जैन संतों का जगह-जगह स्वागत किया गया। महिलाएं सिर पर मंगल कलश लेकर चल रही थीं। शहर के नया दरवाजा, बांगाणियों की गली, गणेश चौक, लोहिया का चौक, गांधी वाड़ी, माही दरवाजा, बाजरवाड़ा होते हुए जूनी हाकिम की पोल स्थित वीर मणि भद्रबाहु मंदिर पहुंचकर वरघोड़ा धर्म सभा में परिवर्तित हो गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जैन समाज के श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।
आचार्य नित्यानंद सूरीश्वर ने किया नगर प्रवेश
जैन संतों का जगह-जगह स्वागत किया गया। महिलाएं सिर पर मंगल कलश लेकर चल रही थीं। शहर के नया दरवाजा, बांगाणियों की गली, गणेश चौक, लोहिया का चौक, गांधी वाड़ी, माही दरवाजा, बाजरवाड़ा होते हुए जूनी हाकिम की पोल स्थित वीर मणि भद्रबाहु मंदिर पहुंचकर वरघोड़ा धर्म सभा में परिवर्तित हो गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जैन समाज के श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।
आचार्य नित्यानंद सूरीश्वर ने किया नगर प्रवेश
नगर प्रवेश किया। रेलवे स्टेशन के पास स्थित चंद्रप्रभु के मंदिर से निकाले गए वरघोड़े में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। जैन समाज के लोगों की ओर से जैन संतों का जगह-जगह स्वागत किया गया। महिलाएं सिर पर मंगल कलश लेकर चल रही थीं
श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्री संघ की ओर से माणिभद्र वीर धाम की जीर्णाेद्धार के बाद प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन २५ से २९ अप्रेल तक किया जा रहा है। आचार्य विजय नित्यानंद सूरीश्वर कार्यक्रम में निश्रा प्रदान करेंगे। प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत शनिवार दोपहर में माणिभद्र देव महापूजन किया गया व शाम को भक्ति संध्या में भक्ति संगीत की बयार बही। लोगों ने विभिन्न चढावों में बढचढकर भाग लिया। रविवार सुबह प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद समाज के लोग धर्म सभा में प्रवचन लाभ लेंगे।