घर से ही हो शुरुआत
अनिल कुमार के समधी सूर्यप्रकाश गुजराती का कहना था कि अपनी हैसियत के अनुसार बेटी को दहेज देने की परम्परा बरसों पुरानी है। दहेज नहीं देने वाले परिवार को समाज में अलग नजरों से देखा जाता है। समधी अनिल कुमार ने कहा कि सब कहते हैं कि दहेज जैसी कुप्रथा खत्म होनी चाहिए, लेकिन इस बात पर अमल कोई नहीं करता। इसकी शुरुआत हमें घर से करनी चाहिए, ताकि दूसरे लोग भी इससे प्रेरणा ले। उनकी बात का मेरे मन मस्तिष्क पर गहरा असर हुआ और मेरा परिवार भी बिना दहेज दिए शादी करने को राजी हो गया।