रोडवेज बसों का संचालन शुरू हो चुका है। विभिन्न स्टेशन के लिए नागौर से बसों का आवागमन हो रहा है। एक से दूसरे जिले तक जा रहे यात्रियों के बीच कोई संक्रमित व्यक्ति भी आ सकता है, लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा। कोई संक्रमित व्यक्ति यदि बस स्टैंड तक आ गया तो इस तरह की बेपरवाही के कारण संक्रमण फैलते देर नहीं लगेगी।
आमतौर पर बस से यात्रा करने वाले लोग बस स्टैंड पर ही खाद्य सामग्री खरीदते हैं, लेकिन इन ग्राहकों के मुंह पर मास्क तक नहीं है। बगैर मास्क के आने वाले ग्राहकों को भी दुकानदार सामग्री दे रहे हैं, इसलिए कि खुद दुकानदार मास्क नहीं पहन रहे। सावचेती बरतने को लेकर जोर-शोर से प्रचार जरूर किया जा रहा है, लेकिन प्रशासनिक पोल खोलने के लिए ये नजारें काफी है।
बस से यात्रा करने वालों के रोडवेज ने थर्मल गन से स्क्रीनिंग करने का प्रबंध कर रखा है। यात्रियों को मास्क पहनने एवं सेनेटाइजेशन के भी नियम बने हुए हैं, लेकिन बस स्टैंड पर घूमते लोग इन कायदों से परे दिखते हैं। दुकानदारों के लिए भी नयम है कि वे बिना मास्क के आने वाले ग्राहकों को सामान नहीं बेचेंगे। ग्राहकों के बीच भी परस्पर दूरी रखी जाएगी, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे, लेकिन इन कायदों की धज्जियां उड़ रही है।