कपड़े का मॉस्क बना सहयोग कर रहे दर्जी डॉ. कश्यप ने बताया कि मॉस्क की कमी न आए, इसके लिए दर्जियों को कपड़ा मुहैया करवा दिया गया है। आमजन की स्वास्थ्य सुरक्षा को देखते हुए कपड़े के मॉस्क बनाए जा रहे हैं। साथ ही आमजन को इसके लिए भी प्रेरित किया जा रहा हैं कि रुमाल को भी मास्क के रूप में काम में लिया जा सकता है, बस प्रतिदिन इसे रात्रि में डिटोल मिले गर्म पानी में धोलेे और सुबह सूखने पर वापस पहन लें। इसके अलावा सामाजिक एवं स्वयंसेवी संगठनों से भी अपील की गई है कि मॉस्क व हैण्ड सेनेटाइजर मुहैया करवाकर सरकार का सहयोग करें। इस पुनीत कार्य में कई व्यवसायिक व सामाजिक संगठन आगे भी आए हैं।