scriptमहबूब का मामला डीएलबी भेजा, परिषद ने नहीं कराया ज्वॉइन | Mehboob's case sent to DLB, the council did not join | Patrika News

महबूब का मामला डीएलबी भेजा, परिषद ने नहीं कराया ज्वॉइन

locationनागौरPublished: Jul 04, 2022 10:04:36 pm

Submitted by:

Sandeep Pandey

-बिना बताए 112 दिन लापता रहे महबूब की मुश्किल बढ़ी, फायरमैन भर्ती समेत अनेक आरोपों से घिरे नगर परिषद के इस कार्मिक पर फायरमैन भर्ती समेत कई गड़बड़ी में शामिल होने का आरोप

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नागौर. तकरीबन 112 दिन की गुमशुदगी के बाद नगर परिषद का कार्मिक महबूब अली खुद ही आ तो गया था नौ जून को ही, लेकिन अब उसकी ज्वॉइनिंग के ही लाले पड़ गए हैं। परिषद ने इस संदर्भ में स्वायत्त शासन विभाग (डीएलबी) से मार्गदर्शन मांगा है। इसके भी बीस दिन गुजर गए, लेकिन अभी कोई फरमान नहीं पहुंचा है।
सूत्रों के अनुसार नगर परिषद की विकास शाखा में कार्यरत महबूब अली 17 फरवरी से लापता था, उसके भाई ने अपहरण की रिपोर्ट भी दर्ज कराई, लेकिन महबूब खुद ही नौ जून को पेश हो गया। उसने आते ही जो प्रार्थना पत्र दिया, उसमें खुद के मानसिक बीमारी का हवाला देते हुए अवकाश की बात कही, साथ ही और छुट्टी मांगी। महबूब अली वर्ष 1997 से नगर परिषद का कर्मचारी है, लेकिन उसकी नियुक्ति फायरमैन के रूप में हुई थी। भले ही लापता होने से पहले वो विकास शाखा में कार्य करने लगा हो, लेकिन फायरमैन के चलते उसके मामले को डीएलबी भेजा गया है। जिसमें उसके गायब रहने के दिन, अवकाश बाबत निर्देश के साथ उसकी लापरवाही पर आगे की कार्रवाई के लिए मार्गदर्शन मांगा गया है।बताया जाता है कि लम्बी गुमशुदगी के बाद उसने खुद के चले जाने की बात कही थी, इससे पहले परिषद की ओर से भी नोटिस जारी किए गए थे। बाद में जब वो आ ही गया तो पेंच यह फंस गया कि अब किया क्या जाए? उसके लंबे अवकाश का निर्णय हो या उसकी लापरवाही का, इस बाबत परिषद की ओर से डीएलबी का मार्गदर्शन मांगा गया है। इधर, यह भी पता चला है कि डीएलबी ने महबूब को स्पष्टीकरण देने के लिए उपस्थित होने को भी कहा, लेकिन वो अभी तक पेश नहीं हुआ। इसके चलते मामला अटक कर रह गया है।
मामला पेचीदा ज्यादा

सूत्र बताते हैं कि महबूब का मामला पेचीदा होता जा रहा है। पहले तो महबूब फायरमैन भर्ती समेत कई गड़बड़ी के आरोपों से घिरा हुआ है। उसके आने के बाद भी उसने परिषद अथवा डीएलबी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। और तो और अपनी मानसिक बीमारी का और हवाला दे दिया। इसके महबूब की मुश्किल बढ़ गई है। यही नहीं उसके भाई हबीब खां ने गुमशुदगी के 25 दिन बाद शिव कुमार उर्फ मिक्कू राव, हेमराज सोनी व एक अन्य के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था, जो गलत निकला। इससे महबूब की भूमिका भी उलझकर रह गई।
इनका कहना

महबूब अली का मामला डीएलबी भिजवा दिया है, वहां से मार्गदर्शन मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। उसने आने के बाद अपनी अनुपस्थिति के बारे में मानसिक रूप से बीमार होने का जिक्र किया था।
मीतू बोथरा, सभापति,

नगर परिषद नागौर

राहगीर पहले आया अज्ञात वाहन की चपेट में, फिर गाडिय़ां कुचलती चली गई
नागौर. जोधपुर रोड पर खरनाल के आगे रविवार रात एक पैदल राहगीर अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया। अंधेरा कहें या भागमभाग की होड़, कई वाहन उसे कुचलते हुए गुजर गए। मृतक की शिनाख्त नहीं हो पाई।
पुलिस के अनुसार हादसा रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे का है। जोधपुर रोड पर खरनाल के आगे एक होटल के पास यह हादसा हुआ। सदर थाना एएसआई महावीर सिंह मय पुलिस बल मौके पर पहुंचे तो शव क्षत-विक्षत पड़ा था। इसे जेएलएन अस्पताल पहुंचाया। देर रात तक उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई। महावीर सिंह ने बताया कि आसपास के दुकानदारों ने बताया कि इसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, वो यहीं आसपास घूमता रहता था। रविवार दोपहर को एक होटल पर उसने खाना भी खाया था। पुलिस उसकी शिनाख्तगी का प्रयास कर रही है।
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