scriptडीजल टैंकर से किया जा रहा बजरी परिवहन | Mining Owner misused E rawanna in Nagaur | Patrika News

डीजल टैंकर से किया जा रहा बजरी परिवहन

locationनागौरPublished: Mar 18, 2019 06:29:20 pm

Submitted by:

Dharmendra gaur

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Nagaur DTO News in hindi

आखिर ऐसा क्या हुआ कि डीटीओ ने ब्लॉक करवा दिए 2200 वाहन

ई रवन्ना काट बताए 7 लाख बकाया , मिलीभगत से चल रहा था खेल , परिवहन विभाग ने थमाया नोटिस
नागौर. शीर्षक देखकर चौंक गए ना। आप भी सोच रहे होंगे कि डीजल के टैंकर से बजरी परिवहन कैसे किया जा सकता है। यह कारनाम कर दिखाया है खान लीजधारकों व खान विभाग के अधिकारियों की शह पर वाहन मालिकों ने। खनिज परिवहन के लिए जारी ई रवन्ना को लेकर खान विभाग अधिकारियों की शह पर की जा रही बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। लीजधारकों व वाहन मालिकों ने दूसरे वाहन के नम्बर से ई रवन्ना कटवाकर वाहन मालिकों के लिए परेशानी खड़ी कर दी। खनिज परिवहन के लिए खान विभाग की ओर से ई-रवन्ना अनिवार्य की गई है। ऑनलाइन सिस्टम पर ई-रवन्ना नहीं होने पर मैन्युअल रवन्ना को विभाग मान्य नहीं करता है।


लीजधारकों की कारस्तानी
खनिज परिवहन करने वाले वाहनों को ई रवन्ना दी जाती है लेकिन लीज धारकों ने एक कदम आगे बढते हुए पेट्रोल पम्प के लिए डीजल परिवहन करने वाले टैंकर की भी ई रवन्ना जारी कर दी। विभाग की ओर से जारी ई रवन्ना को देख टेंकर मालिक भी आश्चर्यचकित है। जानकारी के अनुसार परिवहन विभाग ने गत दिनों खनिज विभाग की ओर से ओवरलोड को लेेकर जारी ई रवन्ना की सूची में शामिल (डिफाल्टर)2200 वाहनों को सॉफ्टवेयर में ब्लॉक कर दिया था। शास्ति नहीं चुकाए जाने तक वाहन का परिवहन विभाग से जुड़ा कोई भी कार्य नहीं हो सकेगा। उधर, टैंकर मालिक का कहना है कि टैंकर का उपयोग केवल डीजल परिवहन में ही किया जा रहा है।


ऐसे चल रहा था खेल
इसी बीच 11 मार्च को प्रादेशिक परिवहन कार्यालय अजमेर की ओर से मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अंतर्गत नोटिस जारी कर ई रवन्ना के अनुसार क्षमता से अधिक भार परिवहन किए जाने पर करीब 6 लाख 94 हजार रुपए जमा करवाने के लिए कहा है। जानकारों की मानें तो खानों से मिनरल्स ले जाने वाले वाहन चालक अपने वाहन के बजाय किसी दूसरे वाहन के नम्बर से ई रवन्ना बना लेते, ताकि ओवरलोड का जुर्माना उन पर नहीं लगे। कर्मचारी भी बिना गाड़ी की आरसी व नम्बर देखे उसी नम्बर का ई रवन्ना बना देते। मामला पकड़ में आने के बाद अधिकारी भी चकित है। हालांकि अब आरसी ऑनलाइन करने के बाद ही ई रवन्ना काटी जा सकती है।

प्रकरण की जांच करवाएंगे
अगर ऐसा कोई मामला सामने आया है तो प्रकरण की जांच करवाकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
धीरज पंवार, खनि अभियंता, नागौर

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