राजस्थान विधानसभा की प्रक्रिया एवं कार्य संचालन के नियम 295 के तहत इस मुद्दे का विशेष उल्लेख करते हुए खींवसर विधायक बेनीवाल ने कहा कि भ्रष्ट आचरणपूर्वक तत्कालीन नगरपालिका प्रशासन के साथ सांठगांठ करते हुए समस्त वैधानिक व्यवस्था को धता बताकर, मास्टर प्लान की धज्जियां उड़ाते हुए बनाई गई इमारत नागौर हवाई पट्टी के सुरक्षित उपयोग में खतरनाक बाधा है। उन्होंने कहा कि चार्टर प्लेन और हेलीकॉप्टर के लैंड करने और टैक ऑफ करने में इस बिल्डिंग के कारण अतिगंभीर और खतरनाक समस्या का सामना करना पड़ता है। कई पायलटों ने भी इसे हमेशा ही अत्यंत घातक बताया है।
विधायक ने कहा कि मीडिया ने भी अनेक बार इस मामले को प्रमुखता से उठाया है। यदि यही स्थिति रही तो भविष्य में जिला मुख्यालय के लिए हवाई पट्टी के विकास का कोई औचित्य नहीं रह जाएगा। नागौर शहर हवाई यातायात सुविधा से वंचित रह सकता है। विधायक बेनीवाल ने कहा कि पिछले दिनों एक राज्य के राज्यपाल की यात्रा के समय सामने आई इस प्रकार की परेशानी को लेकर चार्टर प्लेन के पायलट ने जबरदस्त नाराजगी व्यक्त की थी। हालांकि यह वाकया पहली बार नहीं हुआ तथा एकमात्र भी नहीं है। पूर्व में भी अनेक बार वीवीआइपी विजिट के दौरान चार्टर प्लेन एवं हेलीकॉप्टर्स के पायलट्स ने इस इमारत पर प्रश्नचिह्न लगाए हैं।
बेनीवाल ने कहा कि हमारे देश के वर्तमान राष्ट्रपति पूर्व में राज्यपाल रहते हुए जब नागौर आए थे, तब भी उनके पायलट ने इस इमारत के कारण होने वाली खतरनाक कठिनाई के बारे में बोला था। बेनीवाल ने विधानसभा अध्यक्ष के माध्यम से सरकार से मांग की कि तकनीकी एवं विधि विशेषज्ञों तथा सम्बन्धित विभागों से अविलंब वस्तु स्थिति सम्बन्धी तात्त्विक प्रतिवेदन प्राप्त कर समुचित कार्रवाई करते हुए इस गैरकानूनी निर्माण को ध्वस्त किया जाए।