scriptखींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल के निवर्तमान विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल पर गंभीर आरोप | MLA Hanuman Beniwal Critical accusation against Kailash Meghwal | Patrika News

खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल के निवर्तमान विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल पर गंभीर आरोप

locationनागौरPublished: Jan 10, 2019 09:54:50 pm

Submitted by:

Dharmendra gaur

बेनीवाल ने कहा, संसदीय परम्पराओं को तार-तार कर रहे निवर्तमान विधानसभाध्यक्ष मेघवाल

hanuman beniwal

MLA Hanuman Beniwal Critical accusation against Kailash Meghwal

मेघवाल की प्रेस वार्ता पर बेनीवाल का काउण्टर जवाब
नागौर. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने निवर्तमान विधानसभाध्यक्ष कैलाश मेघवाल पर भ्रष्टाचार के गंभीर के आरोप लगाए हैं। बेनीवाल ने गुरुवार को जारी प्रेस बयान में कहा कि कैलाश मेघवाल केवल व्यवस्थागत अध्यक्ष है और 15 वीं विधानसभा का प्रथम सत्र आहूत होते ही राज्यपाल द्वारा निर्वाचित प्रोटेम स्पीकर ही नव-निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलवाएंगे। ऐसे में कैलाश मेघवाल ने समस्त संसदीय परम्पराओं व नैतिकता को तार-तार करते हुए वे लगातार विधायकों को आवास आवंटित करकर उन्हें कब्जा दिलवा रहे हैं।

विधायकों में होगा आपस में टकराव

हनुमान बेनीवाल ने कहा कि नवगठित विधानसभा में शपथ ग्रहण होते ही गृह समिति (हाउस कमेटी) का गठन होता है और उस कमेटी की सिफारिशों व नियमों के मद्देनजर नव निर्वाचित सदस्यों को आवास आवंटित होते हैं। कैलाश मेघवाल ने अनियमितता करके आवास आवंटित कर दिए। ऐसे में गृह समिति आवंटन में बदलाव करेगी तो विधायकों में आपस में टकराव होगा और कैलाश मेघवाल ने जान-बूझकर व भ्रष्टाचार करके इस तरह के अनैतिक कार्य किए जो संसदीय परम्पराओं के विपरीत है। बेनीवाल ने कहा कि कैलाश मेघवाल ने ही पूर्व मूख्यमंत्री पर 5 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और अध्यक्ष पद के लिए फिर उनसे ही समझौता कर लिया।


मेघवाल ने किया भ्रष्टाचार
बेनीवाल ने कहा कि नई सरकार के गठन के बाद और 12 दिसम्बर को राज्यपाल द्वारा 14 वीं विधानसभा भंग कर देने के बावजूद मेघवाल वित्तीय स्वीकृतियों सहित कई कार्य कर रहे हंै जिसकी जांच के लिए हम प्रथम सत्र में ही मांग करेंगे। बेनीवाल ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष जैसे संवैधानिक व गरिमामय पद पर रहने के बावजूद उन्होंने सदन की गरिमा को तार-तार किया और विपक्ष का संरक्षण नहीं किया। बेनीवाल ने प्रश्नों की लॉटरी में मनमर्जी का आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए कैलाश मेघवाल द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए ताकि लोकतंत्र में एक संदेश जाए।


राज्यपाल ने दिखाया आईना
बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में प्रोटोकॉल व संवैधानिक दृष्टि से राज्यपाल का पद सर्वोच्च होता है। आवास आवंटन के बाद भी मेघवाल ने खुद को राज्यपाल व उच्च न्यायालय से बड़ा बताया। राज्यपाल ने मेघवाल की सदन आहूत करने से जुड़ी आपत्ति को खारिज करके आईना दिखाया है। इससे यह जाहिर है कि मेघवाल का मानसिक संतुलन कही न कही प्रभावित हो रहा है।

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