पोक्सो के आधे से अधिक मामले चढ़ रहे समझौते की भेंट
नागौरPublished: Sep 08, 2023 09:38:13 pm
-राजनीतिक, आर्थिक तो कहीं सामाजिक दबाव समझौते की बन रहा है वजह
-पौने पांच साल में नागौर में करीब आठ सौ मामले पोक्सो के हुए दर्ज
नागौर. नाबालिग बालिकाओं का यौन उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। औसतन हर दूसरे दिन जिले में पोक्सो का एक मामला दर्ज हो रहा है। इससे भी बड़ी बात यह कि पचास फीसदी से अधिक मामलों में तो शुरुआती दो-चार महीने में ही समझौते हो रहे हैं।


नाबालिग बालिकाओं का यौन उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। औसतन हर दूसरे दिन जिले में पोक्सो का एक मामला दर्ज हो रहा है। इससे भी बड़ी बात यह कि पचास फीसदी से अधिक मामलों में तो शुरुआती दो-चार महीने में ही समझौते हो रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार नागौर जिलेभर में करीब पौने पांच साल में पोक्सो के करीब आठ सौ मामले दर्ज हो चुके हैं। नागौर जिले में वर्ष 2019 में 130, 2020 में 109, 2021 में 170 व वर्ष 2022 में 202 एफ आईआर दर्ज हुई थीं। इस साल करीब आठ महीने में पोक्सो के करीब डेढ़ सौ मामले दर्ज हो चुके हैं। करीब पौने पांच साल में कई मामलों में आरोपियों को कड़ी सजा भी मिली। पादूकलां में करीब दो साल पहले सात-आठ साल की मासूम के साथ दरिंदगी करने के बाद हत्या करने वाले आरोपी को तो मेड़ता पोक्सो कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई। इसके बावजूद थाने में मामले दर्ज होते ही समझौते की कवायद शुरू हो जाती है।