चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारिक आंकड़ों पर ही नजर डाले तो जुलाई से सितंबर माह तक जिले में अब तक चार हजार से ज्यादा रोगी मिल चुके हैं। इनमें अकेले डेंगू व मलेरिया के ही आंकड़ों की संख्या 93 तक जा पहुंची है। इनमें से डेंगू के आंकड़े भले ही 25 हैं, लेकिन विभागी सूत्रों का ही कहना है कि निजी चिकित्सा संस्थानों में मिले रोगियों की संख्या जोडऩे पर यह आंकड़े डेढ़ गुना ज्यादा हो जाते हैं। हालांकि विभाग अधिकारिक तौर पर उच्च स्तर के मान्यताप्राप्त राजकीय संस्थानों में हुए एलाइजा टेस्ट को ही अधिकारिक मानता है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के ही आंकड़ों को ही अधिकारिक माने जाने की स्थिति में हालात बेहद असंतोषजनक नजर आते हैं।
जुलाई-सितंबर तक के आंकड़ों पर एक नजर
घरों के टंकियों में 5051 में मिले लार्वां
एक लाख एक हजार 42 घरों की जांच
फीवर के रोगी मिले- 7707
उल्टी-दस्त के रोगी-2947
सर्दी-जुकाम के रोगी-1114
डेंगू एलीजा पाजिटिव-25
मलेरिया-68
फोटो नंबर 21-डीडवाना रोड:
फोटो नंबर 22 अजमेर रोड
फोटो नंबर 23- सालासर रोड
विभाग ने किया इसका दावा
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में मौसमी बीमारियों की रोकथाम क लिए अभियान चलाने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में समितियों एवं गांवों के गणमान्यों के माध्यम से बैठकें आदि कर उनसे बाचतीत की गई। इस संबंध में बिंदुवत जानकारियां भी दी गई, लेकिन इसके बाद भी जनजागरुकता की स्थिति शून्य होने से हालात अपेक्षानुसार बेहतर नहीं हो सके। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि टंकियों की सफाई और कई घरों की जांच कर उन्हें इस बारे में समझाया भी गया। चेताया भी गया है कि स्थिति में सुधार नहीं होने पर उनके खिलाफ भी बीमारियों के फैलाने के संदर्भ में नोटिस मिल सकता है। इसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हो पाना समझ से परे रहा।
इनका कहना है…
उच्चाधिकारियों से मिले निर्देशानुसार इस संबंध में आवश्यक कदम उठाए गए हैं। लोगों को सजग करने के साथ ही कई जगहों पर सहयोग से मच्छरों के लार्वा पनपने वाली स्थितियों को खत्म किया जा रहा है।
डॉ. सुकुमार कश्यप, सीएमएचओ, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य .विभागNagaur patrika latest news