सांसद ने आरोप लगाया कि सुनील ताडा की अपराधियों और पुलिस के गठजोड़ के कारण निर्मम हत्या हुई। दो दर्जन से अधिक लोगों ने उसे बुरी तरह पीटा, उसके घुटने और तलवे तक ड्रिल मशीन से छेद दिए। बाद में उसे मरा हुआ समझकर भाग गए। पुलिस को सोनू के अपहरण की सूचना देने पर अफसरों ने गाड़ी में पेट्रोल तक पीडि़त परिवार से डलवाया। बाद में हल्की धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
बेनीवाल ने आरोप लगाया कि आरोपी ऐसी वारदात से क्षेत्र में दहशत कायम करना चाहते हैं ताकि कोई भी उनके खिलाफ आवाज नहीं उठा सके। पुलिस भी आरोपियों के इस काम में साथ दे रही है। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने केवल दिखावे की कार्रवाई की, जबकि आरोपी पुलिस के सम्पर्क में थे पर उन्हें नहीं पकड़ा। सांसद ने कहा कि जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती धरना जारी रहेगा। उनकी मांगें नहीं मानने पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। आवश्यकता पडऩे पर जयपुर कूच किया जाएगा।
पुलिस अपराधियों को बचाने में लगी रही : खींवसर विधायक विधायक नारायण बेनीवाल ने कहा कि भावण्डा थाना क्षेत्र में 15 दिन पूर्व युवक सुनील ताडा का अपहरण कर दो दर्जन से अधिक लोग उसके साथ निर्मम पिटाई करते है और उसके घुटने से लेकर तलवे तक ड्रिल मशीन से छेद कर दिए। परिजनों व अन्य लोगों ने पुलिस को अपहरण की सूचना दी तो पुलिस के जिम्मेदारों ने कहा गाड़ी में तेल नहीं है बाद में उसका पता लगाएंगे। विधायक ने पुलिस पर आरोप लगाया कि गैर जिम्मेदाराना रवैये का पहला कदम था और निर्मम कृत्य के बावजूद हत्या का प्रयास जैसी 307 की धारा में मुकदमा दर्ज करने के बजाए मुल्जिमों के पक्ष को मजबूत रखने के लिए हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। यह पुलिस का दूसरा गैर जिम्मेदाराना कदम है जो अपराधी-पुलिस के गठजोड़ को बयां करते हैं। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने व घ् षड्यंत्रकारियों को गिरफ्तार करने के स्थान पर सोनू के मरने का इंतजार करती रही। इस दौरान पुलिस थाने में पुलिस के अफसरों के साथ आरोपियों व आरोपी पक्ष का मिलना जारी रहा। यह पुलिस का तीसरा गैर जिम्मेदाराना कदम था जिससे आम जन में पुलिस के प्रति नाराजगी है। धरना स्थल पर शव को सुरक्षित रखने के लिए ग्रामीणों ने अपने एकत्रित किए हुए धन से डीप फ्रीजर मंगवाया उस डीप फ्रीजर में विद्युत सप्लाई देने से पुलिस ने इनकार कर दिया। यह मानवता को शर्मसार करने वाला कृत्य है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार अपराध के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की बात करती है दूसरी और इस तरह की घटनाएं सरकार की कार्यशैली पर सवालियां निशान खड़ा करती है। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री में यदि जरा भी संवेदनशीलता शेष है तो मामले में तत्काल संज्ञान लेकर आरोपियों की गिरफ्तारी करवाकर कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाए। थाने के दोषी स्टाफ को निलम्बित किया जाए। मृतक के परिवार को आर्थिक पैकेज दिया। धरने को उप प्रधान रामसिंह ने भी संबोधित किया। देर रात तक एसपी व सांसद बेनीवाल के बीच वार्ता जारी थी।
यह है मांगे धरने पर बैठे ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच करने, आरोपियों को पकडऩे, वृताधिकारी को हटाने, थानाधिकारी को तत्काल सस्पेंड करने, थाने के सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने तथा मृतक के परिवार को 20 लाख की आर्थिक सहायता देने की मांग की है।
इनका कहना है मृतक के पैरों पर काफी चोटें हैं। ड्रिल मशीन का उल्लेख पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नहीं है। अत्यधिक मारपीट के बाद अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। आरोपियों की तलाश जोरों पर है।
-अभिजीत सिंह, एसपी नागौर
फोटो कैप्शन केएच1610बीई खींवसर. भावण्डा थाने के बाहर धरने को संबोधित करते सांसद हनुमान बेनीवाल। फोटो कैप्शन केएच1610बीएफ खींवसर. भावण्डा थाने का घेराव कर नारेबाजी करते ग्रामीण।