‘मैं कभी गलत काम के लिए नहीं कहूंगा, यदि कोई नाम से गलत के लिए कहे तो करने की आवश्यकता नहीं’
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उन्होंने डिस्कॉम अभियंताओं से कहा कि डीईसी आपके सहयोग के लिए है। यदि किसी कार्य को करने में बजट की कमी आ रही है तो मुझे बताएं, ताकि सांसद कोष से जारी की जा सके। सांसद ने कहा कि हमारा एक ही मकसद है कि आम आदमी का काम हो और उसमें भ्रष्टाचार नहीं हो व काम गुणवत्तापूर्ण हो। उन्होंने कहा कि मैं कभी गलत काम के लिए नहीं कहूंगा। यदि कोई मेरे नाम से गलत काम के लिए कहे तो करने की आवश्यकता नहीं है। जो काम स्वीकृत हैं, उनका काम समय पर पूरा करवाएं, ऐसा नहीं हो कि पैसा लेप्स हो जाए और किसानों और ग्रामीणों को लाभ ही नहीं मिले।
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अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि हमारा प्रयास है हर व्यक्ति को कनेक्शन मिले, इसमें सरकार भी सहयोग कर रही है, सामान की कमी नहीं है। इसलिए सभी एक्सईएन, एईएन व जेईएन कनेक्शन देने में कौताही नहीं बरतें। नागौर. डीईसी की बैठक को संबोधित करते सांसद बेनीवाल व मौजूद अधिकारी एवं जनसुनवाई में उमड़ी भी
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नागौर सांसद की अध्यक्षता में जिला विद्युत कमेटी की बैठक आयोजित नागौर. भारत सरकार के निर्देश पर गठित जिला विद्युत कमेटी (डीईसी) की बैठक नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की अध्यक्षता में शनिवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए सांसद बेनीवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि जिले की प्रत्येक ढाणी में उजाला हो, राजनीतिक द्वेषतावश कोई भी व्यक्ति बिजली से वंचित नहीं रहे। उन्होंने कहा कि नागौर जिले में टीम वर्क के साथ काम करें। जिले के लोगों को सुचारू और गुणवत्तापूर्ण बिजली मिले, इस दिशा में हमें प्रयास करने हैं।
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जनसुनवाई में उमड़ी भीड़ बैठक के बाद सांसद बेनीवाल ने अधिकारियों की मौजूदगी में जिला परिषद सभागार में जनसुनवाई की, जिसमें बड़ी संया में लोग अपनी-अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। सांसद ने एक-एक करके उनकी समस्याएं सुनी और ज्ञापन लेकर संबंधित अधिकारियों को समाधान के निर्देश दिए। इस दौरान दिव्यांग रमेश गर्वा ने भी बिजली बिल से संबंधित समस्या बताई, जिस पर सांसद ने एसई को समाधान के लिए कहा।
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किसानों को मिले मुआवजा वॉल्टेज कम-ज्यादा होने से यदि किसानों के उपकरण जल जाते हैं तो उन्हें सरकार मुआवजा दे। कमेटी की ओर से इसका प्रस्ताव लेकर सरकार को भिजवाएं। इसके साथ सरकारी योजना के तहत गांवों में सोलर पार्क/सोलर ग्राम विकसित करें।
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हां उसी काम की भरना, जो कर सकोसांसद बेनीवाल ने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि बैठक में उन्हीं कामों की हां भरना, जो कर सको। प्रस्ताव उन्हीं कार्यों के लेना, जो किए जा सकें। नहीं कर सको तो यहीं मना कर देना, क्योंकि मुझे अवहेलना पसंद नहीं। यह भी ध्यान रखना कि डीईसी के प्रस्तावों की अवहेलना करने पर पेशी दिल्ली में होगी। इस पर कमेटी सचिव के रूप में मौजूद एडीएम चपालाल जीनगर ने कहा कि जो कमिटमेंट किए हैं, वो पूरे करें। न केवल घरेलू, बल्कि व्यावसायिक और कृषि कनेक्शन से जुड़े काम भी करवाएं। जीएसएस पर अनाड़ी लोगों को नहीं रखेंसांसद बेनीवाल ने कहा कि ठेके पर दिए गए जीएसएस पर पैसे बचाने के लिए ठेकेदार अनाड़ी लोगों को रख देते हैं, जिसके परिणामस्वरूप आए दिन हादसे होते हैं। दुर्घटना के बाद कानून व्यवस्था बिगड़ती है। हम मुआवजा देने की बात करते हैं, लेकिन मुआवजा देना ही काफी नहीं है, किसी परिवार से यदि किसी जवान की मौत होती है तो उसे मुआवजा देकर पूरा नहीं किया जा सकता। हमें ऐसे प्रयास करने होंगे कि हादसे कम से कम हो। जांचें वापस करवाएंसांसद ने गत वर्ष 5 जुलाई को आयोजित डीईसी की बैठक में दिए गए निर्देशों पर की गई घटिया पोल लगाने व एफआरटी में मापदंड फॉलो नहीं करने से संबंधित जांच वापस कराने के निर्देश दिए। सांसद ने कहा कि जो जांचें की गई हैं, उसमें अधिकारियों ने निष्पक्ष जांच नहीं की, इसलिए किसी अधिकारी से जांच करवाएं। ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं जिले के जायल तहसील क्षेत्र में कृषि कनेक्शनों में बिना काम किए फर्जी बिल बनाकर भुगतान उठाने की शिकायत मिलने पर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाकर रीकवरी करने के निर्देश दिए। सांसद ने डिस्कॉम एसई से कहा कि उन्हें एक व्यक्ति ने शिकायत देकर बताया कि जायल एईएन के क्षेत्र में एक ठेकेदार ने वर्ष 2011 में फर्जीवाड़ा करके बिना काम किए तत्कालीन अधिकारी की मिलीभगत से भुगतान उठा लिया। शिकायतकर्ता ने सारे सबूत भी दिए हैं। इसके साथ सांसद ने बैठक में अन्य प्रकरणों पर चर्चा के दौरान कहा कि कुछ ठेकेदार इतने बड़े हो गए हैं, कि वे फोन ही नहीं उठाते, ऐस ठेकेदारों पर लगाम कसें। जो ठेकेदार काम नहीं कर रहा है, उसको नोटिस देकर हटाओ।
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जीएसएस पर हो सीयूजी नबर जीएसएस पर सीयूजी नबर दिए जाएं, ताकि लोगों को बात करने में आसानी रहे। बिजली का तार टूटने पर या हादसा होने पर लोग सूचना देना चाहते हैं, लेकिन फोन करते हैं तो पता चलता है कि वो कर्मचारी घर चला गया। सीयूजी नबर होगा तो जो भी जीएसएस पर होगा, वो लाइट तो काट सकेगा। एसई ने जल्द ही इसकी व्यवस्था करवाने की बात कही।