सांसद बेनीवाल ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्णय को देखते हुए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक पुखराज गर्ग व विधायक इंदिरा देवी बावरी मौके पर समझाइश करने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने अफसरों के दबाव में विधायकों की गाड़ी पर पथराव किया तथा विधायिका की गरिमा व प्रोटोकॉल का अपमान किया। इसको लेकर वे विधानसभा अध्यक्ष से बात करेंगे।
सांसद बेनीवाल ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि सोमवार को प्रदेश भर में बंजारा समाज के पक्ष में नागौर जिला प्रशासन की बर्बरता पूर्वक कार्रवाई के खिलाफ ज्ञापन देकर सरकार का ध्यान आकर्षित किया जाएगा। सांसद ने ने पंजाब सरकार बनाम जगपाल सिंह द्वारा दायर एक जनहित याचिका में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि ऐसी जमीन जिस पर भूमिहीन तथा एससी-एसटी वर्ग के लोग जिनका निर्माण किया हुआ है उन्हें विशेष परिस्थितियों में उसी स्थान पर नियमित किया जा सकता है। बंजारा समाज के लोग चारागाह भूमि की एवज में दूसरी जमीन देने को तैयार थे, उसके बावजूद प्रशासन ने न्यायालय में इनका प्रभावी पक्ष नहीं रखा और कार्रवाई कर दी।
कार्रवाई के दौरान मौके पर कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा अधिकारियों के इशारे पर पत्रकारों के साथ बदसलूकी की गई, जिसको लेकर भी सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रशासन पर आरोप लगाया और कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। किसी भी घटना की जानकारी लेना और उसका कवरेज करना मीडिया का हक है, लेकिन पुलिस ने मीडिया की स्वायत्तता पर भी लाठी चलाने का काम किया, जो निंदनीय है।