परबतसर . राजस्थान पत्रिका के चेंजमेकर अभियान के अर्न्तगत आयोजित वेबीनार में युवाओ ने देश के विकास के लिए राजनीति में स्वच्छता की जरूरत बताई। वेबीनार में बिदियाद निवासी उगमाराम बडारडा ने कहा कि राजनीतिक मूल्यो में दिनो दिन गिरावट आ रही है, इसके लिए निष्ठावान एवं स्वच्छ छवि के लोगो का राजनीति में आना बहुत जरूरी है, इसके लिए सभी को सम्िमलित प्रयास करने की जरूरत है। बांसडा के ताराचन्द बुगालियां ने कहा कि राजनीति में भ्रष्टाचार व अपराध खूब बढा है, इसमें विकास कही दिखाई नही दे रहा है, भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति व अपराधिक प्रव़ति के लोगो को दूर करने पर ही राजनीति में स्वस्थ देश व समाज का र्निमाण संभव है। परबतसर ग्रामीण के हरलाल गुर्जर ने कहा कि राजनीति में सिधान्त घट गए है, स्वार्थ अधिक हावी है, जिसके चलते नित नए संगठन राजनीति में आ रहे है, दल बदलू को रोकने के लिए सरकार सख्त कानून बनाए। डेला की ढाणी निवासी विजय लखारा ने कहा कि वर्तमान में राजनीति में लोग सेवा के लिए कम और पद व प्रतिष्ठा के लिए अधिक आ रहे है, इससे आम आदमी विकास से वंचित है। सेवा भावी व देश के प्रति समपि्त भाव रखने वाले लोगो के राजनीति में आने से ही देश का विकास संभव है। परबतसर ग्रामीण के महेश सैनी ने कहा कि लोकतंत्र प्रणाली में पैसो का बोल बाला बढ गया है सामान्य व्यक्ित का तो चुनाव के लिए सौचना भी मानो अपराध हो गया है, बेहिसाब धन पर रोक लगाकर ही लोकतंत्र को बचाया जा सकता है।
जातिगत, वंशवाद व क्षेत्रवाद की राजनीति का हो खात्मा ग्राम पंचायत चुनावों में आम लोगों को जातिगत, वंशवाद व क्षेत्रवाद राजनीति का खात्मा करना चाहिए तथा गांव-ढाणी में बिना भेदभाव विकास की सोच रखता हो उसे आगे लाना चाहिए।
हराने की राजनीति हो बंद आज पंचायत चुनाव में उम्मीदवार खड़े है मगर कई उम्मीदवार एक-दूसरे को हराने के लिए खड़े किए गए है। इस प्रकार से बाहुबली राजनैता जरा से लालच के दम पर अपने उम्मीदवार को जिताने के लिए डम्मी उम्मीदवार को खड़ा कर देते है जिससे साफ छवि के लोग राजनीति में आने से पिछे रह जाते है। मतदाता को समझना होगा कि जो विकास की बात करे उसका ही सही चयन कर मत का प्रयोग करें।
दलगत व भाई-भतीजा वाद हो बंद अधिकांश चुनावों में भाई-भतीजा वाद व वंशवाद को ही महत्व दिया जाता है वो चाहे पंचायत चुनाव हो या को विधानसभा का पार्टिया भी उन्हीं लोगों को महत्व देती है। आज पंचायत चुनाव में भी यही देखने को मिला है। राजनीति में इसका खात्मा हो ऐसे प्रयास होने चाहिए तथा विकास की सोच रखने वाला व ईमानदार व साफ छवि के लोगों को आगे लाना होगा तभी लोकतंत्र मजबूत होगा।
पंचायत चुनावों में विचारधारा का महत्व है। उेसा नहीं है कि राजनीति में सभी लोग बुरे है। पार्टियों में भी कई राजनैता साफ छवि के है उनका उदाहरण पेश हो तथा उन्हे प्रात्साहित करना चाहिए ताकि पार्टिया भी इसी आधार पर साफ छवि के लोगों को प्रत्याशी बनाए।