खेल- खिलाडिय़ों में हो रहा विवाद
जिले में क्रिकेट खेल से जुड़ी गतिविधियों में सक्रिय विभिन्न क्लबों, संस्थाओं व एकेडमी की संयुक्त बैठक का आयोजन सोमवार को किया गया। बैठक में राजस्थान क्रिकेट व जिले में क्रिकेट की स्थिति व परिस्थितियों पर गंभीरता से विचार-विमर्श किया गया। इंडिया क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष राजू खान ने बताया कि बैठक के दौरान राज्य संघ में चल रहे विवाद के मूल में नागौर जिला क्रिकेेट संघ जैसी तथाकथित संस्था ललित मोदी की अध्यक्षता में फर्जी रूप से पंजीकृत होकर खेल व खिलाडिय़ों के बीच विवाद उत्पन्न किया जा रहा है। क्रिकेट क्लबों से जुड़े लोगों का कहना है कि मोदी पिछले कई सालों से विदेशों में रह रहे हैं और राज्य के निवासी भी नहीं है।
कुछ लोग उठा रहे अनुचित फायदा
खान ने बताया कि बैठक में इस बात को लेकर चर्चा हुई कि क्रिकेट से कोई संबंध नहीं रखने वाले लोग संस्था के नाम पर अनुचित फायदा उठा रहे हैं। जिले में किसी भी प्रकार की खेल गतिविधियां संचालित नहीं हो रही है और ना ही संस्था खिलाडिय़ों को राज्य स्तर पर प्रोत्साहन देने का कार्य कर रही है। बैठक में राज्य क्रिकेट संघ में रजिस्ट्रशन के लिए आवेदन करने, पूृर्व में फर्जीवाड़ा कर गठित कमेटी को लेकर कमेटी गठित करने का अनुरोध करने व जिले में क्रिकेट प्रतियोगिताओं का आयोजन करने के लिए कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया। बैठक में शमशेर खोखर, अरुण बोहरा, मोहम्मद शबीर, जहीरुद्दीन, सुरेश, शेरसिंह, कमल पुरोहित समेत अन्य उपस्थित थे।
आरसीए ने किया था निलंबित
राजस्थान में सत्ता बदलने के साथ ही खेल संघों में भी उस समय उठापटक देखने को मिली जब राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए)ने नागौर जिला क्रिकेट एसोसिएशन को निलंबित कर दिया। निलंबन के पीछे तर्क दिया गया कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी नागौर जिला क्रिकेट एसोसिएशन से जुड़े हुए हैं। हालांकि नागौर जिला क्रिकेट संघ के 12 अगस्त 2018 को हुए चुनाव में शिव शंकर व्यास को अध्यक्ष चुना गया था जबकि राजेन्द्र सिंह नान्दू को सचिव चुना गया था। चुनाव की पूरी प्रक्रिया के दौरान आरसीए के ऑब्जर्वर विनोद सहारण और स्टेट स्पोट्र्स कॉउन्सिल के ऑब्जर्वर हरिराम चौधरी भी मौजूद रहे थे।
संघ का निलंबन ही अनुचित
संघ की 16 अगस्त 2017 में हुई बैठक में ललित मोदी द्वारा अध्यक्ष पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद 12 अगस्त 2018 को नई कार्यकारिणी का गठन किया गया। इसमें आरसीए के प्रतिनिध मौजूद थे व हमें संबंद्धता प्रमाण पत्र भी मिला है, ऐसे में संघ का निलंबन उचित प्रतीत नहीं होता। संबद्धता के लिए आवेदन करने से हम किसी को नहीं रोकते।
शिवशंकर व्यास, नागौर जिला क्रिकेट संघ, नागौर (आरसीए से निलंबित है संघ)