कोतवाली पुलिस ने दोनों आरोपितों से पूछताछ की तो सामने आया है कि वे डोडा-पोस्त चित्तौडढ़़ से भरकर लाए तथा श्रीबालाजी थाना क्षेत्र के सथेरण गांव के आसपास के क्षेत्र में सप्लाई करने जा रहे थे। पुलिस द्वारा दोनों आरोपितों से गहनता से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि तस्करी का डोडा-पोस्त सथेरण के निकट धारणियों की ढाणी निवासी सुनील विश्नोई द्वारा मंगवाया गया। इस पर एसपी देशमुख ने नागौर वृत्ताधिकारी ओमप्रकाश गौतम के नेतृत्व में पुलिस टीम को सुनील के घर पर दबिश के लिए भेजा। पुलिस जब सुनील के घर पहुंची तो वह वहां से फरार हो गया। पुलिस ने सुनील के घर से 9 बोरों में भरा कुल 163 किलो 500 ग्राम डोडा-पोस्त एवं अखबार व पॉलीथीन में लिपटा लगभग 130 ग्राम अफीम जैसा पदार्थ बरामद किया। इस कार्रवाई में सदर थानाधिकारी सुनील चारण, कांस्टेबल राजू गौरान, मूलाराम, लक्ष्मीनारायण यादव, अजय यादव, शामिल थे।
आरोपित तस्कर सुनील धारणियां पुलिस की दबिश से पहले अपने घर से फरार हो गया। नागौर में ट्रक के पकड़े जाते ही उसे भनक लग गई। सूत्रों ने बताया कि उसके ठिकाने पर माल आने के दौरान वह भी नजर रखे हुए था। जैसे ही ट्रक पुलिस के हत्थे चढ़ा, वह रफ्फूचक्कर हो गया।
मामले में सामने आया है कि आरोपी सुनील धारणिया पिछले एक साल से बड़े पैमाने पर मादक पदार्थों की तस्करी कर रहा था। उसके ठिकाने पर डोडा पोस्त भरे ट्रक उतरने की सूचना कई बार मिली, लेकिन पुलिस आरोपित को माल के साथ पकडऩे में कामयाब नहीं हुई। आखिरकार इस बार पुख्ता मुखबिरी के चलते ट्रक में भरा डोडा पोस्त व ट्रक के साथ ठिकाने तक सप्लाई करने वाले भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। क्षेत्र में अवैध रूप से बेचे जा रहे डोडा-पोस्त के कारण कई युवाओं की नशे की लत लग चुकी है, जो बर्बादी की राह पर हैं।
तस्कर बाजार में इस डोडा-पोस्त को चार हजार से छह हजार रुपए प्रति किलो तक बेचते हैं। वहीं पीछे से अच्छी सेंटिंग होने पर डोडा-पोस्त 2०00 रुपए से 2५00 रुपए तक लाया जाता है। अगर कोई नया तस्कर पनपता है तो उसे डोडा पोस्त 2700 से 3000 रुपए तक दिया जाता है। आरोपी तस्कर सुनील के दो और पार्टनर बताए जा रहे हैं, जिनके नामों का खुलासा अभी नहीं हुआ है।