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इस कॉलेज में ऐसा क्या हुआ कि छात्रों को पुलिस उठा ले गई और स्पोर्ट में पहुंच गईं छात्राएं

locationनागौरPublished: Jul 03, 2018 05:42:26 am

Submitted by:

rajesh walia

इस कॉलेज में ऐसा क्या हुआ कि छात्रों को पुलिस उठा ले गई और स्पोर्ट में पहुंच गईं छात्राएं

नागौर.

मुख्यालय स्थित राजकीय मिर्धा कॉलेज के छात्र छात्राओं ने सोमवार को महाविद्यालय में महिला व्याख्याता को लगाने व एनसीसी विंग को जारी रखने की मांग को लेकर सोमवार को गुस्सा जाहिर किया। छात्रसंघ अध्यक्ष सुरेंद्र दौतड़ के नेतृत्व में कॉलेज के छात्रों व एनसीसी महिला विंग की छात्राओं ने टायर जला कर प्रदर्शन करते हुए कॉलेज के प्रवेश द्वार पर ताला लगा दिया। इस दौरान कॉलेज में बीएड की परीक्षा चल रही थी जिससे कॉलेज प्रशासन व परीक्षार्थी कॉलेज के अंदर ही बंद हो गए। छात्रों ने कॉलेज में चल रही प्रवेश प्रक्रिया के दौरान जमा किए जा रहे आवेदनों की खिड़कियों को बंद करवा दिया। वहीं प्रदर्शन के दौरान टायर में आग लगाने के दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष सुरेन्द्र दौतड़ बाल-बाल बचे। इस दौरान बड़ी संख्या में छात्रों के साथ एनसीसी महिला विंग की छात्राएं मौजूद रहीं।
छात्रों को लिया हिरासत में, स्पोर्ट में पहुंचीं छात्राऐं

मामला बढ़ता देख कॉलेज में प्रदर्शन होने की सूचना देने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और विद्यार्थियों को हटाना चाहा, लेकिन किसी को भी वहां से हटा नहीं सके। इस पर कोतवाली थानाधिकारी सुरेन्द्र जोधा मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे छात्रसंघ अध्यक्ष सुरेनद्र दौतड़, विजेन्द्र भादू, हनुमान लोमरोड़, राजवीर मेघवाल सहित आधा दर्जन विद्यार्थियों को हिरासत में लेते हुए थाने ले गई। जहां पर एनसीसी विंग की छात्राएं भी टैक्सियों में सवार होकर पहुंच गईं। थानाधिकारी ने जनप्रतिनिधियों को समस्या से अवगत कराते हुए महिला व्याख्याता कि नियुक्ति करवाने का आश्वासन दिया साथ ही विद्यार्थियों को आगे से इस प्रकार का कोई कदम नहीं उठाने की चेतावनी दी।
बेटियों की चिंता है तो करवाओ नियुक्ति

छात्र- छात्राओं ने राजस्थान सरकार, विधायक, मंत्री, जिला प्रशासन, कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे बाजी करते कॉलेज के प्रवेश द्वार के सामने टायर जलाया और धरने पर बैठ गए। इस दौरान छात्राओं ने कहा कि हमने अधिकारियों, मंत्रियों, विधायकों सहित सभी जगह हमारी समस्या बताई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उनका कहना था कि कोई रैली हो या कार्यक्रम हमें बुलाकर हमारे सामने बेटियों को पढ़ाने के बारें में बताया जाता है। लेकिन आज बेटियों का साथ देना तो दूर सूध लेने वाला कोई नहीं है। हमारी ही विंग हमसे छिन रही है, लेकिन महिला व्याख्याता नहीं लगवा सकते इससे बढकऱ और क्या बात हो सकती है।
समझाइश बेकार

प्रदर्शन से पहले पहले छात्र- छात्राओं से समझाइश करते हुए कार्यवाहक प्राचार्य शंकरलाल जाखड़, व्याख्याता हरसुंख छरंग, सीताराम तांडी, सुरेन्द्र कागट ने कहा कि आगजनी, प्रदर्शन, किसी को परेशान करने से किसी भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है और ना ही होगा इससे उल्टा आप पर ही मुकदमे दर्ज हो जाएंगे लेकिन छात्र नहीं माने।

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