उन्होंने कहा कि राजस्थान में सतत प्रवाही नदियों के अभाव में नहरों द्वारा सिंचित क्षेत्र कम है, लेकिन भारत सरकार को नवीन योजनाएं बनाकर राजस्थान के किसानों के भले के लिए सिंचाई के लिए जल उपलब्ध करवाना चाहिए। राजस्थान में कुल सिंचित क्षेत्र का सबसे अधिक भाग श्रीगंगानगर में है, जबकि सबसे कम राजसमन्द में है। वहीं कुल कृषि क्षेत्र की सर्वाधिक सिंचाई गंगानगर में, जबकि सबसे कम चूरू जिले में होती है, इसलिए इंदिरा गांधी वृहद नहर परियोजना के अंतर्गत सिद्धमुख नोहर परियोजना का विस्तार किया जाए तो चूरू जिले के तारानगर व सहवा के साथ सूजानगढ़ क्षेत्र में भी सिंचित क्षेत्र विकसित किया जा सकता है। साथ ही बाढ़ के पानी को रोककर व पंजाब सहित अन्य राज्यों से पानी का जो हिस्सा बहकर पाकिस्तान जा रहा है, उसको रोककर व आईजीएनपी का विस्तार करके नागौर, जोधपुर सहित पश्चिमी राजस्थान में सिंचाई के लिए जल उपलब्ध हो सकता है।