अब यह रहेगी व्यवस्था गो शाला की ओर से कांजी हाउस से अपने संसाधन हटाने के बाद शनिवार को नगर परिषद ने कांजी हाउस में परिषद कर्मचारियों को देखरेख के लिए भेजा। सुबह से ही कर्मचारी, चारा-पानी, लाइट, छाया समेत अन्य व्यवस्थाएं बनाने में जुट गए। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए एक अन्य गो शाला से सम्पर्क कर उसके कार्मिकों की सेवाएं भी ली जा रही है ताकि यहां रखे गए करीब 500 से ज्यादा जानवरों की देखरेख में कोई परेशानी नहीं हो। संभवतया एक-दो दिन में कांजी हाउस की व्यवस्था का स्थाई समाधान हो जाएगा तब तक नगर परिषद के कर्मचारियों की ओर से ही देखरेख की जाएगी।
भामाशाहों की कमेटी करे संचालन शिवसेना के पूर्व कार्यकारी राज्य प्रमुख ओम चौधरी ने नागौर शहर प्रमुख प्रकाश काला, जिला संगठन प्रमुख नितेश दवे समेत अन्य के साथ कांजी हाउस का दौरा कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली। चौधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कांजी हाउस का संचालन किसी गो शाला या संस्था को देने के बजाय शहर के भामाशाहों की कमेटी बनाकर किया जाए। प्रशासन की ओर से रिसीवर नियुक्त भी किया जा सकता है। किसी व्यक्ति विशेष या संस्था को लाभ नहीं पहुंचाया जाए। चौधरी ने कहा है कि कांजी हाउस की व्यवस्था को लेकर पिछले चार साल के कार्य की जांच होनी चाहिए।
जल्द करेंगे स्थाई समाधानकांजी हाउस में चारा-पानी समेत अन्य व्यवस्था तत्काल करवा दी है। एक अन्य गो शाला के सहयोग से रख-रखाव किया जा रहा है। कांजी हाउस की समस्या का जल्द स्थाई समाधान किया जाएगा।जोधाराम विश्नोई, आयुक्त नगर परिषद नागौर